झांसी। शहीद स्मृति संस्था के तत्वावधान में आयकर तिराहे पर महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस का मुख्य कार्यक्रम माल्यार्पण, जय घोष बैण्ड वादन के साथ आयोजित हुआ।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के मुख्य अतिथि में आयोजित सभा में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद को भारत रत्न प्रदान करने तथा सातार ओरछा स्थित आजाद की कुटिया को संरक्षित करने की पुरजोर मांग भारत सरकार से की गई। क्रांतिकारी एवं शहीदों की तैल चित्र प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि उपरांत अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार मोहन नेपाली, सचिव राम प्रकाश अग्रवाल, सुदर्शन शिवहरे, जयंत मणि जैन, दिनेश भार्गव, प्रकाश गुप्ता, डॉ निलय जैन ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि झांसी से आजाद का गहरा जुड़ाव रहा।
ओरछा सातार नदी के किनारे कुटिया में रहकर ब्रह्मचारी का रूप रखकर स्वतंत्रता आंदोलन को गति दी। उनकी मां जगरानी देवी का अंतिम समय झांसी में ही बीता एवं स्वर्गवास होने पर बड़ागांव गेट मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार हुआ। कार्यक्रम का संचालन शहीद स्मृति समिति के सहसचिव डॉ मनमोहन मनु ने किया। आभार व्यक्त गजानन खानवलकर ने किया। पूर्व प्रधानाचार्य सुश्री रजनी आग्वेकर ने वंदे मातरम एवं राष्ट्रगान का गायन कराया। महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज के छात्र छात्राओं ने बैण्ड वादन द्वारा जय घोष किया।
इस अवसर पर संजय जैन, रवीश त्रिपाठी, अनिल कुशवाहा, प्रदीप चौहान, प्रमोद शिवहरे एडवोकेट अनंजय नेपाल, आदित्य नारायण दुबे, लाल सिंह समेत गणमान्यजनों ने पुष्पांजलि अर्पित की।













