डॉ बाबूलाल तिवारी बोले- फर्जी सूची से हो रहा चुनाव, उनका विरोध जारी रहेगा

झांसी। बुंदेलखंड महाविद्यालय में रविवार को शिक्षक विधायक बाबूलाल तिवारी व समर्थकों का विरोध प्रदर्शन बेकार साबित हुआ। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में हंगामा प्रदर्शन के बीच बीकेडी प्रबंध समिति के मनोहर लाल बाजपेयी निर्विरोध प्रबंधक बन गए। तय रणनीति के अनुसार उनके खिलाफ किसी अन्य ने नामांकन नहीं भरा था। किसी अन्य द्वारा नामांकन न करने पर उनको निर्विरोध प्रबंधक चुना गया।

पहले एमएलसी डॉ. बाबूलाल तिवारी अपने समर्थकों के साथ महाविद्यालय पहुंच गए और चुनाव का विरोध किया। कहा कि फर्जी सूची से चुनाव हो रहा है। दो घंटे चली नारेबाजी के बाद अफसरों ने किसी तरह उनको समझाया। इसके बाद चुनाव संपन्न हो पाए।

गौरतलब है कि बुंदेलखंड महाविद्यालय के प्रबंधक भीम प्रकाश त्रिपाठी का नवंबर 2024 में निधन हो गया था। इसके बाद क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने एकल संचालन की व्यवस्था के आदेश दिए थे। दूसरी तरफ, बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रिक्त पद पर चुनाव कराने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। ऐसे में समिति होईकोर्ट चली गई। हाईकोर्ट ने दोनों आदेशों पर रोक लगा दी। अब बुंदेलखंड प्रबंध समिति ने 23 मार्च को चुनाव कराने का निर्णय लिया। इसका शिक्षक विधायक डॉ बाबूलाल तिवारी सहित बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा विरोध किया जा रहा था। इसको लेकर मोर्चा द्वारा प्रदर्शन व ज्ञापन दिए गए, किंतु नतीजा सिफर रहा।

पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में रविवार सुबह से ही बीकेडी में प्रबंधक पद के चुनाव को लेकर गहमागहमी का माहौल बना हुआ था। सुबह 9 बजे एमएलसी डॉ. बाबूलाल तिवारी बीकेडी पहुंच गए। उनके समर्थकों व बुमुमो के लोगों ने बीकेडी के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। वहां पुलिस व समर्थकों के बीच कहासुनी भी हुई। इस दौरान एमएलसी ने आरोप लगाया कि प्रबंध समिति की सूची में फर्जी सदस्य हैं। 2015 की सूची से चुनाव करवा रहे हैं। ये सूची चिटफण्ड सोसाइटी से पंजीकृत नहीं है।

उन्होंने बताया कि प्रशासन उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला दे रहा जबकि, न्यायालय ने काउंटर एफिडेविट दाखिल करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि सपा का बबीना विधानसभा अध्यक्ष चुनाव अधिकारी है। प्रशासन शांति व्यवस्था के नाम पर ऐसे लोगों का सहयोग कर रहा है। हमारा विरोध जारी रहेगा। सपा के लोग फर्जीवाड़ा करके कॉलेजों की प्रबंध समिति में जहां-जहां कब्जा किए हैं, उन्हें हटाया जाएगा। एमएलसी करीब एक घंटे तक कॉलेज में ही रहे। फिर पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने उनसे बात की। इसके बाद एमएलसी कॉलेज से बाहर निकल गए।

इस विरोध-प्रदर्शन के बीच बीकेडी प्रबंधक का चुनाव हुआ। मनोहर लाल बाजपेयी निर्विरोध बीकेडी प्रबंधक चुन लिए गए। चुनाव प्रक्रिया के दौरान केशभान सिंह पटेल, सुरेश चंद्र भार्गव, शंकर सिंह यादव, असदउल्ला, प्रभात कुमार शर्मा, सुदेश पटेल, लक्ष्मी प्रसाद यादव, प्रदीप कुमार गुप्ता, नरेंद्र सिंह राठौर, राजीव नायक, डॉ. एलसी साहू, डॉ. जितेंद्र कुमार तिवारी आदि मौजूद रहे।

आगे कम नहीं हैं चुनौतियां

प्रबंधक मनोहर लाल बाजपेयी ने बताया कि वह बुंदेलखंड महाविद्यालय की प्रबंध समिति में 1978 से जुड़े हैं। चुनौतियां 2021 के बाद बहुत ज्यादा आई हैं। प्रबंधक की मौत के बाद चुनौतियां और बढ़ गई। एकल संचालन कर दिया और लोगों की सैलरी मिलना बंद हो गई। हम लोग हाईकोर्ट गए और अब चुनाव संपन्न हुआ है। आगे भी चुनौतियां बहुत ज्यादा इसलिए भी हैं कि जो महाविद्यालय की जमीन पर कब्जा किए है, वो लोग विरोध कर रहे हैं। केस हाईकोर्ट में चल रहा है।