• विमल हत्या काण्ड के आरोपी दो रिश्तेदार पुलिस के हत्थे चढ़े
    झांसी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 ओ0पी0 सिंह के निर्देशन व पुलिस अधीक्षक नगर श्री प्रकाश द्विवेदी एवं क्षेत्राधिकारी नगर जितेन्द्र सिंह परिहार के पर्यवेक्षण में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्व चलाये जा रहे अभियान के क्रम में 29 अप्रैल को मण्डी भोजला के सामने शम्भू राय के खेत में विमल सेन की हत्या कर शव को झाडिय़ों में फेंकने के प्रकरण का पर्दाफाश कर दिया गया। इस अंधे हत्या काण्ड के पीछे मृतक की बहन से एक तरफा प्रेम उजागर हुआ। पुलिस ने हत्या काण्ड में फरार मृतक के दो रिश्तेदारों को दबोच कर हत्या में प्रयुक्त गमछा, रक्त रंजित पत्थर, मोटरसाइकिल के अलावा मृतक के दो मोबाइल फोन बरामद कर लिए।
    दरअसल, 30 अप्रैल की रात्रि में मण्डी भोजला के सामने शम्भू राय के खेत की खाली पड़ी जमीन की झाडिय़ों में एक अज्ञात करीब 21 वर्षीय युवक का शव बरामद हुआ बरामद हुआ था। शव के आसपास उसकी शिनाख्त से संबन्धित कोई अन्य वस्तु नही मिली थी। शव के माथे में व गले में पाये गये निशानों के आधार पर आशंका जताई गयी कि उसकी गला दबाकर हत्या कर शव को झाडिय़ों में छिपा दिया गया है। पुलिस टीम द्वारा पंचायतनामा व शिनाख्त की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गई। इसके तहत शव की पहचान विमल सेन पुत्र सन्तोष कुमार सेन निवासी टहरौली किला थाना टहरौली जिला झांसी हाल निवासी बाबूलाल सक्सेना का मकान सैय्यर गेट हरदौल मन्दिर के पीछे थाना कोतवाली झांसी के रूप में हुई। इस प्रकरण में मृतक के पिता सन्तोष कुमार सेन की तहरीर पर थाना सीपरी बाजार में धारा 302/201 भा0द0वि0 बनाम अज्ञात मुकदमा पंजीकृत किया गया।
    इस प्रकरण को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा गम्भीरता से लेते हुए अतिशीघ्र अनावरण के निर्देश दिए। इस पर प्रभारी निरीक्षक थाना सीपरी बाजार व स्वाट टीम ने मिले सुरागों के आधार पर सतेन्द्र सेन पुत्र स्व0 अगर सिंह निवासी करैया थाना डबरा म0प्र0 व उसके साथी गौरीशंकर सेन पुत्र कदम सिंह सेन निवासी कल्यानी बल्देवपुरा थाना आंतरी जिला ग्वालियर म0प्र0 को अम्बाबाय के पास से हिरासत में लेकर कड़ाई से पूंछतांछ की। इस पर सतेन्द्र द्वारा बताया गया कि मृतक उसका रिश्तेदार था। इसके कारण वह उसके घर आता-जाता था। इस दौरान उसका मृतक की 17 बर्षीय बहन पर दिल आ और वह उससे एकतरफा प्यार करने लगा। इसकी जानकारी मृतक विमल कुमार को हो गयी और उसने इसका विरोध करते हुए उसे घर आने जाने से मना करना शुरू कर दिया तथा उसकी शिकायत घर वालों से करने की धमकी दी।
    इस पर सतेन्द्र ने बदनामी से बचने के लिए विमल सेन को ही रास्ते से हटाने की योजना बनायी और इसकी बात अपनी मौसी के लड़के गौरीशंकर सेन निवासी कल्यानी से की। योजना के तहत विमल की हत्या की योजना बनायी और 29 अप्रैल को उन दोनों से विमल कुमार सैंय्यर गेट पर मिला। जानकारी करने पर उसने बताया कि वह कमलेश मास्टर साहब को लेने भोजला मण्डी जा रहा है। इस पर दोनों भी अपनी मोटर साईकिल से विमल के साथ भोजला मण्डी गये और वहां से विमल कमलेश शर्मा को लेकर बीकेडी जाने लगा तब सतेन्द्र व गौरीशंकर भी अपनी मोटर साईकिल से उसके पीछे बीकेड़ी तक गये। विमल कुमार जब कमलेश मास्टर को छोड़ कर बीकेडी चौराहा पर था तभी सतेन्द्र व गौरीशंकर उसे पर्स भोजला मण्डी के सामने खेत में गिरने का बहाना कर उसकी तलाश के लिए ले गए। विमल कुमार को गौरी शंकर अपनी मोटर साईकिल पर बैठा कर भोजला मण्डी के सामने पहुंचा और मोटरसाइकिल रोड के किनारे खड़ी करके तीनों खेत में झाडिय़ों पर पहुंचे। वहां दोनों ने विमल कुमार को पकड़ कर पटक दिया और उसकी गर्दन मरोड़ दी। इस दौरान सतेन्द्र ने वहीं पड़ा एक पत्थर उठाकर विमल कुमार के चेहरे पर पटक दिया फिर भी विमल कुमार नही मरा था तब सतेन्द्र व गौरी शंकर ने अपने गमछे से गला घोंटकर विमल कुमार की हत्या कर दी व शव को झाडिय़ों में छिपा कर भाग गए।
    बंदी बनाने वाली टीम
    हत्यारोपियों को बंदी बनाने वाली टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दस हजार रुपए पुरस्कार की घोषणा की है। इस टीम में सभाजीत मिश्र प्रभारी निरीक्षक थाना सीपरी बाजार, विजय कुमार पाण्डेय प्रभारी स्वाट/सर्विलाँस टीम, स्वाट टीम के हे0का0 महेश कुमार पाठक, का0 योगेन्द्र सिंह चौहान, सत्य पाल सिंह, प्रदीप सेंगर, पदम गोस्वामी, शैलेन्द्र चौहान, दुर्गश चौहान सर्विलाँस, सीपरी बाजार थाना कांस्टेबिल सर्वेश कुमार, अभिषेक शुक्ला, का0 चालक रमेश द्विवेदी स्वाट टीम शामिल रहे।