सहकार भारती के पदाधिकारियों ने भी पुलिस लापरवाही पर प्रश्न चिन्ह लगाया
झांसी। शुक्रवार को राष्ट्रभक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष, सहकार भारती व रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन, राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा संगठन के पदाधिकारी अंचल अड़जरिया पर हुए प्राण घातक हमला व लूट के नामजद आरोपियों की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी नहीं किये जाने पर समर्थकों में आक्रोश है। पुलिस की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध होकर घायल अंचल अरजरिया ने स्वयं मैदान में उतर कर आंदोलन का आज ऐलान कर दिया है।
आज दोपहर अंचल अरजरिया ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उक्त ऐलान किया। इस दौरान सहकार भारती के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी हमलावर स्वछंद घूम रहे हैं और पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही है। उन्हें व उनके परिवार को जान का खतरा बना हुआ है। उन्होंने सवाल उठाया कि गिरफ्तारी नहीं करने के पीछे क्या षड्यंत्र है।
उन्होंने बताया कि 28 मार्च की शाम को वह लहर की देवी मन्दिर पर आयोजित बैठक में भाग लेने गए थे। करीब आठ बजे वह बैठक से निकल कर स्कूटी से अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी रास्ते में कुछ लोगों ने चार पहिया वाहन से उनकी स्कूटी में टक्कर मार कर उन पर लाठी डंडा सरियों से हमला कर दिया। हमलावर उन्हें पकड़ कर ले गए और उन्हें मरणासन्न कर हमलावर नहर के किनारे फेंक कर भाग गए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन घटना के छह दिन गुजरने के बाद भी हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह अपने समर्थकों के साथ आंदोलन करेंगे।
इस दौरान सहकार भारती के पदाधिकारियों ने भी घायल अंचल अड़जरिया के स्वास्थ्य का हाल जाना और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए हमलावारों की गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान सहकार भारती के संतोष खरेला, जीतू सोनी, सहित कई लोग उपस्थित रहे।













