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बुंदेलखंड की वात्सल्य भक्ति भाव से भरी परम्परा झांसी में आज भी जीवंत है 

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झांसी (रामकुमार साहू)। बुंदेलखंड राज्य की राजधानी ओरछा जो कल-कल कर बहती बुंदेलखंड की गंगा बेतवा तीरे है महारानी गणेश कुंवर जू अयोध्या से वात्सल्य भाव से भगवान श्री राम का विग्रह लेकर पैदल ओरछा लाई थीं। महाराज मधुकर शाह जू व रानी जू ने भक्ति भाव से राम जी को बड़ा बेटा मान कर सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड का राज्य राज तिलक करके रामलला को राज सिंहासन पर बैठाकर “रामराजा सरकार” बना दिया था। इस दिवस से प्रतिवर्ष रामजन्म पर बुन्देलखण्ड की रीति के अनुसार मानद बुआ द्वारा पालना लेकर जाने की परंपरा है।

sahujagran.com (प्रमुख हिन्दी न्यूज़ पोर्टल) को सिद्धेश्वर पीठ आश्रम के आचार्य पं हरिओम पाठक ने उक्त दृष्टांत बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिन्दू रीति-रिवाजों / बुंदेलखंड की परम्परा के अनुसार बुंदेलखंड की नगरी झांसी में ओरछा महाराज की बेटी और लाला हरदौल की बहन कुंजबति जू की तरफ से प्रतिवर्ष यह पालना शोभा यात्रा निकाल कर वात्सल्य भक्ति भाव से ओतप्रोत परम्परा का निर्वाह कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पालना व पकवानों की डलियां लेकर महिलाएं रूपी मानद बुआएं श्री सिद्धेश्वर पीठ से श्री रघुनाथ जी मन्दिर पसरठ गली बड़ा बाजार झाँसी जाते हैं। इस यात्रा में हमारी माताएं बहनें कुंजावती की प्रतिनिधि बनकर रामलला की बुआ होने का सौभाग्य प्राप्त कर, पालना के संग भेंट रूप एक डलिया में कुछ पकवान लेकर पालना यात्रा के संग जातीं हैं और बुंदेली गीतों के माध्यम से आनंद बधाई श्री महारानी गणेश कुंवर जू को देती हैं।

उन्होंने sahujagran.com के माध्यम से माताओं बहनों से अधिक से अधिक संख्या में सिद्धेश्वर मन्दिर से परम्परागत पालना यात्रा में चल कर रामलला जू की कृपा प्राप्त करने की अपील की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि इस वात्सल्य भक्ति भाव यात्रा से आपके बच्चों पर राम जी, भक्त हनुमान जी की कृपा बनी रहेगी।