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मुफ्ती खालिद को एनआईटी टीम से छुड़ाने के नौ आरोपियों के खिलाफ विवेचना पूरी, कोर्ट में चार्जशीट दाखिल

झांसी। थाना कोतवाली क्षेत्र में 12 दिसम्बर 24 को मुफ्ती खालिद को एनआईटी टीम से छुड़ाने के नौ आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने विवेचना पूरी कर उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। पुलिस की ओर से करीब चार सौ पेज की चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ कई सुबूत एवं दस्तावेज भी दाखिल किए गए हैं।

गौरतलब है कि 12 दिसंबर 24 को बाहर दतिया गेट निवासी खालिद नदवी के घर विदेशी फंडिंग के शक में एनआईए टीम जांच के लिए पहुंची थी। इस दौरान मुफ्ती खालिद को पूछताछ के लिए ले जाते समय भीड़ ने टीम को घेर कर हंगामा व धक्का-मुक्की करते हुए मुफ्ती खालिद का छुड़ा लिया था। हालांकि टीम ने किसी तरह मुफ्ती को दोबारा अपने कब्जे में लेकर पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच लेकर पहुंची थी।

मुफ्ती को एनआईए टीम से छुड़ाने के आरोप में तत्कालीन कोतवाल शैलेंद्र सिंह ने साकिर उर्फ पप्पू, गोल्डी, परवेज, जकराया, अब्दुल हमीद छोटी मस्जिद का इमाम, गुफरान, मोनिस, कामिल, तारिक, इकराम, शाबिर मकरानी समेत सौ अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 132, 12, 191 समेत कुल आठ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। कुछ माह बाद इस प्रकरण की विवेचना तत्कालीन नवाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह को सौंप दी गई थी । उन्होंने पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर नौ आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी।

विदेशी फंडिंग मामले की जांच कर रही थी एनआईए

विदेशी फंडिंग मामले की जांच के दौरान एनआईए को मुफ्ती खालिद के पास विदेशों से मोटी रकम मिलने की बात मालूम चली थी। एनआईए को जानकारी मिली थी कि यूरोपियन देशों के साथ कई इस्लामिक देशों से मोटी रकम आ रही है। इसकी पड़ताल के लिए एनआईए टीम ने यहां पहुंचकर मुफ्ती के घर की तलाशी ली। उसका पासपोर्ट समेत पुराना वीजा खंगाला। फोन की जांच करके व्हाट्सएप संपर्कों और समूहों के बारे में पूछताछ की। एनआईए टीम ने उससे मुहम्मद इलियास घुमन के बारे में भी पूछताछ की थी। मुफ्ती ने एनआईए को बताया कि वह ऑनलाइन इस्लामिक कोचिंग सेंटर चलाता है। टीम ने करीब 18 लंबे लंबी पूछताछ के बाद मुफ्ती खालिद को छोड़ दिया था।