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आंदोलनकारी बोले – सांसद, विधायक लिख रहे कोरे पत्र, कार्रवाई कुछ नहीं हो रही 

झांसी। तीसरे दिन बुन्देलखण्ड बिजली जन आक्रोश आन्दोलन को संबोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि बिजली हमारी लाइफ लाइन है। हम संवैधानिक हक की बात करते हैं। यहां 3000 मेगावाट बिजली बन रही है और हम बिजली के लिये तरस रहे हैं। सबसे ज़रूरी बात ये है कि बुन्देलखण्ड में बिजली की त्राहि-त्राहि मची हुयी है। प्रशासन समझने को तैयार नहीं है। झांसी में तो एक महत्व पूर्ण इकाई मेडिकल कॉलेज है। मेडिकल कॉलेज में दूर दूर से दुर्घटना में घायल मरीज़ और बीमार लोग आते है। जहां वो अपनी ज़िन्दगी और मौत से जूझते हैं। यहां बिजली की कितनी अधिक आवश्यकता है ये बात समझने को सरकार तैयार नहीं है। बुन्देलखण्ड में बनने वाली बिजली पहले बुन्देलखण्ड को दी जाय उसके बाद बचे तो कहीं भी दी जाए। यहां लोग एटीएम में सो रहे हैं। बच्चे रातों को तड़प रहे हैं। बेहाल हैं कुछ कह भी नहीं पा रहे हैं और सह भी नहा पा रहे हैं। वास्तव में कार्यवाही मुख्य अभियन्ता के खिलाफ नहीं होना चाहिए बल्कि उत्तर प्रदेश के विद्युत मंत्री के खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए। स्मार्ट सिटी के नाम पर अरबों रूपया खा गये।

प्रारंभ में कोऑर्डिनेटर और संचालनकर्ता डा0 सुनील तिवारी ने ‘बिजना ले लो, बिजली दे दो’ नारा लगा कर धरना प्रारम्भ करवाया। डा0 तिवारी ने कहा हम इक्कीसवीं सदी में जी रहे हैं और बाइसवीं सदी में जाने के लिए उत्साहित हैं लेकिन सरकार हमको सोलहवीं सदी के हालातों में चाहती हैं कि ज़िन्दगी गुज़ारें। सम्पूर्ण धरने के दौरान धरना स्थल पर लोग बिजना हिला हिला कर स्वयं और दूसरों को हवा करते रहे।

धरने के दौरान एनएसयूआई की राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली विश्वविद्यालय की अध्यक्ष राशि साहू, शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता, विवेक बाजपेई एड, राजेन्द्र शर्मा एड, अखिलेश गुरूदेव, मार्गश्री संस्था के ध्रुव सिंह, अजय पुरवार, सपा के चन्द्र प्रकाश मिश्रा, न्याय अधिकार के बीएल भास्कर, एड अफजाल, युथप सर्राफ पिंकी, शैलेन्द्र वर्मा, घनश्याम दास झा, प्रजाशक्ति पार्टी के पंकज रावत, चौधरी परवेज, पार्षद आशीष रायकवार, आशीष तिवारी, लखन लाल बाल्मिकी, प्रकाश नारायण सेनी ने भी सुचारू बिजली आपूर्ति जनता को दिए जाने की बात कही और भरपूर बिजली आपूर्ति की मांग दोहरायी। पूर्व जिलाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह पारीछा ने कहा कि उनकी कालोनी में बिजली की आपूर्ति बिगड जाने से पूरी कालोनी वासियों को केम्पर से पानी उपलब्ध कराना पड़ा। आप के शहर अध्यक्ष गयादीन कुशवाहा ने कहा कि जनता से वोट लेकर जनता को परेशान किया जा रहा है। शहर अध्यक्ष ने कहा हम इसी तरह गांधीवादी तरीके से संघर्ष करते रहेंगे। ध्रुव सिंह ने कहा आन्दोलन की वजह से बिजली विभाग कुछ जा सपा के चन्द्र प्रकाश मिश्रा ने कहा कि बिजली के बिना कैसी स्मार्ट सिटी है। न्याय अधिकार के अध्यक्ष बीएल भास्कर ने कहा कि आन्दोलन अधिकारियों की गले की फांस बन गया है। एड अफजाल ने कहा कि सत्तर साल की तरक्की को बरबाद कर दिया गया है। प्रजाशक्ति पार्टी के पंकज रावत ने कहा कि बिजली की कीमत दो रूप्ये पचास पैसे है लेकिन हमें मंहगी बिजली दी जा रही है हम से चार गुना कीमत वसूली जा रही है। चौधरी परवेज ने कहा कि बिजली की इस समस्या के लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं या सरकार हम को ये बताया जाए। पार्षद आशीष रायकवार ने कहा कि हम जनता के लिए इसी तरह आन्दोलन करते रहेंगे। युथप जैन पिंकी ने कहा कि कागजों में बिजली चौबीस घण्टे दी जा रही है। आशीष तिवारी ने कहा सांसद और विधायक बस पत्र लिख कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं। एड राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि बुन्देलखण्ड जैसी गर्मी कहीं नहीं पड़ती इसलिये यहां बिजली की ज्यादा ज़रूरत है। बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के केन्द्रीय प्रवक्ता रघुराज शर्मा ने कहा कि यदि अब बिजली की सुचारू आपूर्ति नहीं की गयी तो अधिकारियों के बंगलों की बिजली काट कर धरना दिया जायेगा।

इस दौरान मुख्य अभियन्ता विद्युत, सीओ सिटी, एसएचओ नवाबाद धरना स्थल पर उपस्थित हुए एवं मुख्य अभियन्ता ने सभी को आश्वस्त किया कि समस्त बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तन मन से शासनादेश अनुसार पूरे मनोयोग से विद्युत आपूर्ति करेंगे। इस आश्वासन के बाद पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्य अभियन्ता की ओर से आश्वासन दिए जाने के कारण कि विद्युत आपूर्ति पूरे मनोयोग से करेंगे इसलिये इस धरने को सर्वसम्मति से एक सप्ताह के लिए स्थगित किया जा रहा है। यदि विद्युत आपूर्ति व्यवस्था संतोष जनक नहीं की गयी तो हम फिर सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड की बिजली आपूर्ति  सुधारने के लिए आन्दोलन करेंगे और संघर्ष का रास्ता अपनायेंगे।

इस मौके पर आप जिलाध्यक्ष अरशद खान, पूर्व पार्षद एवं अध्यक्ष सराफा बाजार मुकेश अग्रवाल, अरविन्द बब्लू, सरला भदौरिया, अजय पुरवार, जगमोहन मिश्रा, मोहम्मद आतिफ इमरोज, वैभव बटटा, मेवा लाल भण्डारिया, कमर राजा, अनिल रिछारिया, प्रदीप नाथ झा, चेयरमेन प्रकाश कुश्वाहा, प्रेम सपेरे बाल्मिकी, सचिव बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल मो0 नईम, एड दीपक निम, वीरेन्द्र सिंह कुशवाहा, दिनेश वर्मा, सोहन तिवारी, आरिफ कमाल, पार्वती चौधरी, अशोक कंसोरिया, रईस उददीन  काजी, राजकुमार फौजी, शफीक अहमद मुन्ना, सीमा  कुशवाहा, जिलाध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह कुशवाहा, आशु  ठाकुर, विनोद कुमार वर्मा, एड दिनेश तिवारी, अमर सिंह, राजू कुचिया, रमेश चन्द्र महर्षि, नरेन्द्र सिंह, रईस अहमद, दशरथ सिंह, संजय यादव, मोहम्मद शाहिद, प्रदीप गुर्जर, राजा यादव, मनोज यादव, हरि ओम श्रीवास, अवधेश यादव, मनीष कुमार, प्रमोद सेव अनिल, अवधेश यादव, अनुरूद्ध नायक, अमर सिंह, नईम मंसूरी, गुडड्डू, प्रशान्त वर्मा, महार्षि तिवारी, खान, आनवी साहू, आशुतोष श्रीवास्तव, प्रथमराज श्रीवास्तव, रउफ मंसूरी, राजेश रानी, हनीफ खान, सुशील कुमार, राकेश सरावगी, देववृत्त जैन, किशोरानन्द, उमाचरण वर्मा, सुरेश नगाइच, सुनील कुमार, महेन्द्र मिश्रा, प्रकाश गुप्ता, मज़हर अली और अनेकों बिजली पीडित उपस्थित रहे।