झांसी। थाना प्रेमनगर क्षेत्र अंतर्गत रेलवे कालोनी में रेलवे के चीफ कंट्रोलर के बंगले में एक ऐसे ट्रेन यात्री का शव मिला जिसे झांसी से बांदा जाना था। किन परिस्थितियों के चलते यात्री स्टेशन के स्थान पर विपरीत दिशा में काफी दूर रेलवे कालोनी पहुंच कर मौत का शिकार हो गया रहस्यमय है।
दरअसल, झांसी रेलवे स्टेशन के पश्चिमी तरफ प्रेमनगर थाना क्षेत्र के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 के मेन गेट से खाती बाबा जाने वाले रोड पर रेलवे के चीफ कंट्रोलर यशवंत कुमार का बंगला है। यहां वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं। सोमवार को जब यशवंत कुमार ड्यूटी पर चले गए थे और पत्नी व बच्चे घर में ही थे। दोपहर लगभग 2 बजे जब कंट्रोलर की पत्नी बंगला के परिसर में निकलीं तो उन्होंने बंगले की ही बाउंड्री के अंदर पेड़ के नीचे एक युवक संदिग्धावस्था में पड़ा दिखाई दिया। युवक को देखते ही उन्होंने घबरा कर तुरंत पति को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद यशवंत कुमार बंगले पर आए और युवक को नशे में समझ कर उठाने का प्रयास किया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
इस पर उन्होंने तत्काल इसकी सूचना प्रेम ननगर थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मृतक के कपड़ों की तलाशी ली तो उसकी जेब से आधार कार्ड, रेल टिकट और 8 हजार रुपए मिले। आधार कार्ड के अनुसार मृतक प्रतापगढ़ के महाराजपुर कैथोला निवासी 47 वर्षीय वीरेंद्र गुप्ता पुत्र मोती लाल गुप्ता है। रेल टिकट झांसी से बांदा का था और इसे सोमवार सुबह 8 बजे ही खरीदा गया था।
मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जब निरीक्षण किया तो मृतक वीरेंद्र गुप्ता का बायां पैर सूजा-फूला दिखाई दिया। इससे स्पष्ट होता है कि मृतक किसी गंभीर बीमारी से भी ग्रस्त था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मौत के कारण की जांच हेतु पोस्टमार्टम हेतु मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। फिलहाल सवाल उठता है कि जब मृतक को बांदा जाना था तो स्टेशन या ट्रेन के स्थान पर विपरीत दिशा में बंगले पर कैसे व किन परिस्थितियों के चलते पहुंचा। पुलिस इन सवालों के साथ साथ ही घटना के कारणों का पता लगाने में जुट गई है।