सीआरएस द्वारा बरुआसागर-टेहरका नव विद्युतीकृत व दोहरीकृत लाइन का दो दिवसीय निरीक्षण संपन्न

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे झाँसी मण्डल द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में लगातार विस्तार किया जा रहा है। झाँसी मंडल के झाँसी–मानिकपुर रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य के अंतर्गत  बरुआसागर-टेहरका के मध्य नव विद्युतीकृत तथा दोहोरी कृत लाइन के दो दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत, 13 जून को रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर क्षेत्र प्रणजीव सक्सेना द्वारा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) विपिन कुमार तथा मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा की उपस्थिति में नवनिर्मित रेल ट्रैक पर स्थित मेजर ब्रिज संख्या 1157/1 से बरुआसागर स्टेशन के समीप बने कट एंड कनेक्शन प्वाइंट तक का वैधानिक निरीक्षण किया गया।

रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने मंडल एवं निर्माण संगठन के अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली के माध्यम से उक्त खंड के मध्य नव निर्मित ब्रॉड गेज लाइन का सघन निरीक्षण किया। इसके साथ ही ब्रिज तथा कट एंड कनेक्शन प्वाइंट की भी जांच किया। निरीक्षण के दौरान उक्त रेल खंड के अंतर्गत आने वाले ट्रैक्शन, सिग्नल, ट्रैक, ट्रैक-पॉइंट्स आदि सभी इंस्टालेशन तथा उनकी कार्य क्षमता का गहनता से निरीक्षण किया गया, साथ ही साथ मार्ग में आने वाले मेजर /माइनर ब्रिज का सघन निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत ट्रैक पर 115 किलोमीटर प्रति घंटे का स्पीड ट्रायल किया गया। रेल संरक्षा आयुक्त की अनुशंसा उपरांत इस दोहरीकृत रेल ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन आरंभ किया जाएगा।

खंड के दोहरीकरण से  रेलवे परिचालन को अधिक सुरक्षित, कुशल एवं आधुनिक बनाना है, जिससे यात्री एवं माल गाड़ियों की निर्बाध और उच्च-गति यात्रा सुनिश्चित की जा सके। झांसी मंडल के इस महत्वपूर्ण रेलवे खंड का विद्युतीकरण और दोहरीकरण, रेलवे के विकास की दिशा में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो आने वाले वर्षों में रेल परिवहन को और भी प्रभावी एवं गतिशील बनाएगा।

निरीक्षण के दौरान मुख्य परियोजना प्रबंधक /निर्माण एसके गुप्ता, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) आशुतोष चौरसिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा,  वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर (कर्षण) सर्भजीत सिंह, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (पूर्व) आयुष श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक जे संजय कुमार, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी गिरीश कंचन, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं टेलीकॉम इंजीनियर (समन्वय) नरेंद्र सिंह सहित रेल विकास निगम लिमिटेड के अधिकारी और अन्य अधिकारी पर्यवेक्षक व् कर्मचारीगण उपस्थित रहे।