विभागीय कर्मी गंभीर रूप से घायल, थाना में तहरीर दे आंदोलन की चेतावनी दी
झांसी। जनपद के रक्सा थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम गुमानपुरा में विद्युत विभाग की टीम द्वारा राजस्व वसूली एवं विद्युत संयोजन विच्छेदन की कार्यवाही के क्रम में बकायेदारों के कनेक्शन विच्छेदित के दौरान ग्राम के कुछ दबंगों द्वारा महिलाओं को आगे कर विभागीय टीम से अभद्रता करते हुए हमला कर खदेड़ दिया। इस हमले में टीम के कार्मिक गंभीर रूप से घायल हो गए और किसी प्रकार जान बचाकर मौके से भागे। उक्त टीम में अवर अभियंता रामकुमार, उपखंड अधिकारी अक्षय कुमार, टीजी-2 जितेंद्र यादव, संविदा कर्मी कल्याण, नीरज सिंह, अरविंद सिंह, रोहित राजपूत आदि शामिल थे।
उक्त घटना की जानकारी मिलने पर जनपद के समस्त जेई एवं एसडीओ थाना रक्सा पहुंचे एवं थानाध्यक्ष को जितेंद्र पुत्र रामकुमार, भरत पुत्र रामकुमार, राजू पुत्र मनीराम राजपूत, नीरज पुत्र गोविंद सिंह (सभी निवासी गुमानपुरा) के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा व हमला करने पर गंभीर धाराओं में FIR दर्ज कराने हेतु तहरीर दी गई।
इस घटना से विद्युत विभाग के समस्त कार्मिकों में गहरा आक्रोश उत्पन्न हो गया है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन, जनपद शाखा झांसी के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में एकत्र हुए तथा इस दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय घटना की तीव्र निंदा करते हुए पूरी घटनाक्रम से मुख्य अभियंता वितरण झांसी को अवगत कराते हुए संबंधित हमलावरों पर तत्काल कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग की।
क्षेत्रीय अध्यक्ष इं. सुनील कुमार ने कहा कि जहाँ एक ओर उच्चाधिकारी विभागीय कर्मचारियों पर लक्ष्य प्राप्ति हेतु दबाव बनाते हैं, वहीं दूसरी ओर जब कर्मचारी आदेशों के अनुपालन में कार्य करते हैं तो असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि हमलावरों पर तत्काल कार्यवाही नहीं की गई तो समस्त विभागीय कार्मिक आंदोलन को बाध्य होंगे। फिलहाल पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
महिलाओं का आरोप
वहीं, दूसरी ओर महिलाओं का आरोप है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों ने जबरन वसूली करने की कोशिश की और उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। महिलाओं ने यह भी दावा किया कि कर्मचारी बिना किसी सूचना के कनेक्शन काटने पहुंचे थे, जिससे गांव में आक्रोश फैल गया। एक महिला ने बताया कि, वह घर में खाना पका रही थी, तभी कुछ लोग मकान के भीतर दाखिल होकर अभद्रता करने लगे। बाद में पता चला कि वे बिजली विभाग के कर्मचारी हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।











