• रेल स्टाफ ने अग्निशमन यंत्रों से आग बुझायी
    झांसी। झांसी-कानपुर रेल लाइन पर एरच स्टेशन पर कल रात उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब मालगाड़ी को लूप लाइन पर लिए जाते समय एक वैगन में आग लग गयी। इस पर गाड़ी को रुकवा कर डिप्टी एसएस, प्वाइण्ट मैन, लोको पायलट आदि ने अग्निशमन यंत्रों की मदद से आग को बुझा दिया। समय रहते आग बुझ जाने से रेल सम्पत्ति का नुकसान बच गया। आग किन कारणों से लगी है स्पष्ट नहीं हो सका है।
    बताया गया है कि कल रात एक मालगाड़ी झांसी-कानपुर रेल लाइन पर एरच स्टेशन पर लूप लाइन पर ली जा रही थी। उसी समय डिप्टी एसएस शाहिद खान व प्वाइण्ट मैन पप्पू कुमार ने मालगाड़ी के इंजन से चौथी वैगन में आग लगी हुई देखी। इसकी सूचना उन्होंने तत्काल वायरलैस पर मालगाड़ी के लोको पायलट को दी गयी। इस पर गाड़ी को खड़ी करके लोको पायलट विकास अग्रवाल व सहायक लोको पायलट इंजन विष्णुकांत झां से उतर आए। उन्होंने डिप्टी एसएस शाहिद खान एवं प्वाइण्ट मैन पप्पू कुमार के साथ मिल कर अग्निशमन यंत्र की सहायता से आग को बुझाया। इसमें कुल चार अग्निशमन यंत्र का इस्तेमाल किया गया। इसी दौरान ओएचई चैक करने पर पाया गया कि इंजन से पांचवीं वैगन के पास किमी नम्बर ११९५/०३ पर ओएचई से एक पतला तार जैसा टुकड़ा लटक रहा है। इसकी सूचना टीआरडी स्टाफ को दी गयी। टीआरडी स्टाफ मौके पर पहुंचा और इस बीच मोंठ आरपीएफ इंचार्ज एमडी अहिरवार तथा सिविल पुलिस के साथ फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंच गयी। टीआरडी स्टाफ के द्वारा लोकल पावर ब्लाक लेकर ओएचई से बाहरी मैटेरियल जांच की। इस पर पता चला कि यह मैटेरियल पतली लकड़ी की बेल है जो कि पूरी तरह से हरी थी। उस बेल पर कोई जले का निशान या स्पार्क निशान नहीं पाया गया और न ही ओएचई की ट्रिपिंग हुई थी। टीआरडी स्टाफ द्वारा लोको के पेण्टो का भी निरीक्षण किया गया, किन्तु कोई गड़बड़ी नहीं मिली। इससे आग किन परिस्थितियों से लगी स्पष्ट नहीं हो सका।