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  • जेसीबी ने बालक को रौंदा, परिजनों को सहायता राशि
    झांसी। मजदूरी करने गयी मां को क्या पता था कि उसकी जरा सी लापरवाही जिन्दगी भर का दुख का नासूर दे जाएगी। उसने अबोध को दूध पिला कर प्यार से सुलाया और कार्य स्थल पर लेटा कर तौलिया उढ़ा कर चली गयी। इसके बाद उसने वह अपने लाल का मुंह नहीं देख पायी और हमेशा-हमेशा के लिए वह यादों में रह गया।
    दरअसल, ललितपुर के देवरान थाना बार निवासी चिमनलाल व उसकी पत्नी मजदूरी करते हंै। मौजूदा समय में वह लोग बबीना के आर्मी क्षेत्र में मजदूरी कर रहे हैं। मजदूरी के दौरान चिमनलाल की पत्नी अपने ३ वर्षीय मासूम पुत्र जीतू को लेकर कार्य स्थल पर गयी थी। उसने जीतू को बड़े प्यार से दूध पिला कर कार्य स्थल पर एक स्थान पर जमीन पर सुला कर मक्खी-मच्छरों से बचाव हेतु उसके ऊपर तौलिया डाल दी। इसके बाद वह काम करने चली गयी। उसी दौरान जहां बच्चा सो रहा था उसके निकट जेसीबी मलवा हटा रही थी। मासूम बालक पर तौलिया पड़ी होने के कारण चालक समझ नही पाया और अनजाने में उसने जेसीबी को बढ़ाते हुए बालक को रौंद दिया और बिना चीखे बालक मौत का शिकार हो गया। यह देख कर वहां कार्यरत मजदूरों में हड़कम्प मच गया। चिमन लाल व उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था। वह उस समय को कोस रही थी जब उसने अपने दिल के टुकड़े को वहां सुलाया था। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। पुलिस की पहल पर निर्माण कार्य करा रहे कम्पनी के अधिकारी ने मृतक के परिजनों को तीन लाख रुपया सहायता राशि प्रदान की। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।