• रेलवे बोर्ड द्वारा 28 व 29 अगस्त को प्रस्तावित चुनाव स्थिगित
    झांसी। रेलवे में ट्रेड यूनियनों की मान्यता के चुनावों पर एक बार फिर से ग्रहण लग गया है। गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड द्वारा मान्यता के चुनाव गुप्त मतदान (सीके्रट बेलेट) के माध्यम से कराने की तारीखें 28 व 29 अगस्त प्रस्तावित की गयी थीं। इन तारीखों के घोषित होने के बाद रेलवे की ट्रेड यूनियनों द्वारा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दीं गयी थीं। इसमें इस बार वह यूनियनें भी कमर कस रहीं थीं जिनकी मान्यता नहीं थी। चुनाव की तारीखों के घोषित होने के बाद से संगठनों के नेताओं द्वारा जहां स्वयं को कर्मचारियों के हितैषी साबित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा था वहीं जबरदस्त तरीके से पाला बदलने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी थी।
    इधर, रेलवे द्वारा ट्रेड यूनियन के चुनाव कराने से कतिपय कारणों से हाथ खड़े कर दिए और प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए पूर्व घोषित तिथियों (28 व 29 अगस्त) को चुनाव नहीं कराने की घोषणा कर दी। इस सम्बन्ध में रेलवे बोर्ड में वर्तमान मेंं सीके्रट बेलेट इलेक्शन कमीशन जो कार्यरत है उसके कन्वीनर आलोक कुमार एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने पत्र जारी कर दिया है। यह पत्र एक अगस्त को जारी किया गया है, इसमें चुनाव की अग्रिम तारीखों की भी जानकारी नहीं दी गयी है। यह पत्र रेलवे के सभी जोन के जनरल मैनेजर को जारी किया गया है। इस पत्र के जारी होते ही यूनियनों के नेताओं में हताशा की स्थिति है। नेताओं की समझ में नहीं आ रहा है कि किन कारणों से चुनाव की तारीखें स्थिगित की गयी हैं।