• एनसीआरएमयू, एनसीआरईएस, यूएमआरकेएस के प्रतिनिधि मण्डल मिले
    झांसी। उमरे के महाप्रबन्धक के झांसी के रेलवे वैगन मरम्मत कारखाना / सीएमएलआर / स्टोर के निरीक्षण के दौरान कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि मण्डलों ने कर्मचारियों की मांगों से सम्बन्धित कई सूत्री ज्ञापन देकर निराकरण की मांग की।
    एनसीआरएमयू के प्रतिनिधि मंडल ने मंडल अध्यक्ष एचएस चौहान के नेतृत्व में महाप्रबन्धक से भेंट कर कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा की एवं ज्ञापन भेंट किया। इस दौरान कारखाना व स्टोर की विभिन्न समस्याओं के अतिरिक्त मंडल रेल चिकित्सालय झांसी को सेंट्रल एयरकंडीशन करने, चिकित्सकों व अन्य संसाधनो की कमी को दूर करने, बदहाल टीटीई रेस्ट हाऊसों की दशा सुधारने, टीआरएस डीजल के कर्मचारियों को ड्रैस अलाउंस दिलाने, रेलवे कॉलोनी की बदहाल सड़कों की मरम्मत करने सहित अन्य समस्याओं की ओर ध्यानाकर्षित करते हुए उनके निराकरण की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में मो0 शकील, मनोज जाट, नीरज उपाध्याय, पीके स्याल, पवन झारखडिय़ा, आरएन उपाध्याय, अजय शर्मा, जगत यादव, शशि कपूर, योगेश श्रीवास्तव इत्यादि उपस्थित रहे।
    नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्पलाइज संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने मण्डल मंत्री वीजी गौतम केनेतृत्व में महाप्रबन्धक का स्वागत करते हुए कर्मचारियों की समस्याओं से सम्बन्धित 6 सूत्री ज्ञापन पत्र दिया। उन्होंने कर्मचारियों से सम्बन्धित अन्य समस्याओं को संज्ञान में लाते हुये शीघ्र निराकरण की मांग की। इस दौरान वर्कशाप की शाखा नम्बर 1 के अध्यक्ष केपी सिंह, सचिव इन्दविजय सिंह, शाखा नम्बर 2 के अध्यक्ष जीएस शर्मा, सचिव कामता साहू, शाखा नम्बर 3 के अध्यक्ष अंकित भटनागर, सचिव संजीव नायक एवं राज कुमार थापक, नरेन्द्र कुमार मीना, एनके जैन, आनन्द वर्मा, दिनकर, प्रभात मिश्रा, रवीन्द्र मोहन श्रीवास्तव, शैलेन्द वर्मा, आईके पाण्डेय, राकेश कुमार, गनपत राव, वीके साहू सहित अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।
    यूएमआरकेएस के प्रतिनिधि मण्डल ने केंद्रीय सहायक महामंत्री हेमंत कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में महाप्रबन्धक के 14 सूत्रीय ज्ञापन दिया। इसमें जीडीसीई की परीक्षा आयोजित कराने, सातवें वेतन आयोग में बनचिंग के लाभ से वंचित कर्मचारियों को बनचिंग का लाभ देने, समय पाल लिपिको (पे बिल क्लर्क) को अनावश्यक 1.30 घंटे अधिक कार्य से मुक्त करने, कर्मचारियों के वेतन से 400-400 रुपए की वसूली पर रोक लगाने, शंटिंग स्टाफ एवं रसायन व धातु कर्म प्रयोगशाला के कर्मचारियों को प्रोत्साहन बोनस देने, कारखाना के रिक्त पदों को भरने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पुन: नियुक्ति की बजाय कारखाना में प्रशिक्षण ले चुके एक्ट अपरेंटिस कर्मचारियों को अस्थाई रुप से लेने, जल भराव व करंट की स्थिति से निपटने के लिए शताब्दी वर्ष से भी अधिक पुराने कारखाने का ड्रेनेज सिस्टम एवं इलेक्ट्रिक वायरिंग को नए सिरे से तैयार करने, खाने की कैंटीन को कारखाना के अंदर शिफ्ट करने व घर से खाना लेकर आने वाले कर्मचारियों के लिए अंदर मील शेड की व्यवस्था करवाने, पूरे कारखाने में आरसीसी बिछवाने, पॉकेट यार्ड में पाथवे बनवाने, यूएमआरकेएस को रेलवे बोर्ड, मुख्यालय व कारखाना के सभी सर्कुलर पत्र इत्यादि उपलब्ध कराने की मांग की गयी। महाप्रबंधक से चर्चा की गयी कि प्रति वर्ष कारखाना का आउट टर्न बढ़ जाता है और अगले वर्ष उससे भी ‘यादा करने की अपेक्षा की जाती है लेकिन कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को सुदृढ़ व समय पर लाभ देने की बात कोई अधिकारी नहीं करता है। मांग की गयी कि कार्य की उत्पादकता के साथ-साथ कर्मचारियों को उनकी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी समय से दिलवाया जाए। इस दौरान मुख्य रुप से संगठन के कारखाना कार्यकारी अध्यक्ष संजीव वर्मा, आशीष परेता, देशबंधु पाठक, रामहेत मीना, हरिशंकर कुशवाहा, कपीस सिंह, आशीष परिहार, धीरेंद्र कुशवाहा, मुकेश मौर्या, धीरज मीणा, रोहित कुमार, नीरज शिवहरे, विवेक कुणाल, जितेंद्र सिंह, नितेश यादव, राज कुमार, सतीश कुमार, मनोज यादव इत्यादि उपस्थित रहे।