• रेलवे बोर्ड द्वारा सभी जोन को निर्देश जारी
    झांसी। रेलवे बोर्ड द्वारा प्रदूषण घटाने व विद्युत इंजन को बढावा देने के उददेश्य से भारतीय रेलवे में 31 वर्ष पुराने डीजल रेल इंजनों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत उमरे के अधीन झांसी मण्डल से लगभग दो दर्जन से अधिक ऐसे डीजल इंजनों को हटाया जा सकता है जो रेलवे बोर्ड के निर्देशों के मुताबिक 31 वर्ष पुराने हैं। सूत्रों का कहना है कि इस हटाए जाने वाले इंजनों की सूची को जीएम कार्यालय को भेजा जा चुका है।
    दरअसल, बोर्ड द्वारा जारी फरमान के अनुसार जितने भी डीजल इंजन 31 साल तक लगातार पटरियो पर दौड़ चुके है उन्हें तत्काल हटाया जाना है। रेलवे बोर्ड ने रेलवे के सभी जोन को पत्र जारी करते हुए 31 साल पुराने डीजल इंजन हटाने के निर्देश दिए है। उक्त पत्र उत्तर मध्य रेलवे को भी प्राप्त हुआ है। इस आदेश के बाद सभी जोन में डीजल इंजनों की गिनती शुरू हो गई है। इसके बाद सभी डीजल इंजनों का इस्तेमाल बंद कर दिया जाएगा।
    दरअसल, पूरे रेलवे में विद्युतीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए जहां विद्युतीकरण नहीं है वहां भी कार्य तीब्र गति से किया जा रहा है। इसके बाद डीजल इंजन का उपयोग बंद कर उसकी जगह ट्रेनों को विद्युत इंजन से चलाया जाएगा। रेलवे का मानना है कि इससे डीजल की खपत कम और रेल राजस्व की बचत होगी।