झांसी। दस वर्ष की आयु में अकेले ही घर से भागकर लाल किला देखने दिल्ली जा रहे बालक को जीआरपी ने ट्रेन से उतार लिया। जीआरपी द्वारा बालक के परिजनों से सम्पर्क कर उसे सकुशल वापस घर पहुंचाने की कवायद की जा रही है।
रेलवे स्टेशन पर गश्त के दौरान जीआरपी कर्मियों को जानकारी मिली कि भोपाल से झांसी की ओर आने वाली एक ट्रेन में 10 वर्षीय लड़का अकेला यात्रा कर रहा है। इस पर ट्रेन के झांसी आकर रुकने पर जीआरपी ने उस लड़के को कोच से उतार कर पूछताछ की। इस पर उसने अपना नाम राजवीर निवासी सीहोर मध्य प्रदेश बताया। राजवीर के अनुसार उसके पिता मजदूरी करते हैं। वह कक्षा 4 में पढ़ता है। उसकी मां का नाम रुचिका है। एक दिन उसने अपने पिता से दिल्ली का लाल किला देखने की जिद की, किन्तु पिता ने यह कहकर टाल दिया कि कुछ समय बाद दिल्ली चलेंगे। जब पिता उसे लेकर दिल्ली नहीं गए तो उसने अकेले ही दिल्ली जाकर मिला देखने की ठान ली। बालक के अनुसार विगत दिवस उसकी मां ने मोबाइल की किस्त के 1090 रुपए मौसी को देने के लिए उसे दिये। रुपए लेकर वह सीहोर से बस से भोपाल स्टेशन पहुंचा और वहां दिल्ली जाने वाली ट्रेन की जानकारी कर उसमें सवार हो गया। बालक के दुस्साहस को देख सभी आश्चर्य चकित रह गए। जीआरपी ने उसके परिजनों से सम्पर्क करने का प्रयास शुरु कर दिया है।