• वीडियो कॉन्फ्रेंस में संरक्षा, पूर्वी व पश्चिमी डेडिकेट फे्रट कारिडोर, आधुनिकीकरण पर चर्चा
    इलाहाबाद। जोनल रेलवे और डिवीजनों की वीडियो कॉन्फ्रेंस में रेल राज्य मंत्री सुरेश सी अंगड़ी ने बल देकर कहा कि भारत के नागरिकों के रेलवे से जुड़े सपनों को साकार करने के लिए रेलवे कर्मियों को कड़ी मेहनत करनी होगी। अध्यक्ष रेलवे बोर्ड वीके यादव ने संरक्षा को पहली प्राथमिकता बताते हुए निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार सभी संरक्षा संबंधी कार्यों को पूरा करने का निर्देश दिया। प्रारंभ में अध्यक्ष रेलवे बोर्ड ने सभी मंडलों और ज़ोनों को अगस्त में केपीआई में बेहतर प्रदर्शन करने पर बधाई दी गयी। महाप्रबंधक राजीव चौधरी के मार्गदर्शन में उत्तर मध्य रेलवे ने असाधारण प्रदर्शन किया है क्योंकि केपीआई में आगरा व इलाहाबाद मंडलों ने भारतीय रेल के शीर्ष 10 डिवीजनों में स्थान प्राप्त किया है और शीर्ष 10 की सूची में केवल उत्तर मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे के 2-2 मंडल थे।
    अध्यक्ष रेलवे बोर्ड ने संरक्षा से जुड़े जिन महत्वपूर्ण कार्यों पर चर्चा हुई उनमें 50000 टीवीयू के ऊपर मानवयुक्त क्रॉसिंगों की इंटरलॉकिंग, डिब्बों में आग व धुएं के डिटेक्टर की फिटिंग प्रमुख थे। उन्होंने प्रत्येक जोन की आपदा प्रबंधन योजना को अपडेट करने व नियमित रूप से एआरटी और एआरएमई की मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने रेलवे को नागरिकों के लिए ई ऑफ लिविंग की अवधारणा की ओर बढऩे और इसके बड़े पैमाने पर क्षमता विस्तार की आवश्यकता बतायी। उन्होंने इसके लिए 5-10 वर्षों की कार्ययोजना बनाने व उसे लागू करने को कहा। उन्होंने पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को पूरा करने, दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई मार्गों को 160 किमी प्रति घंटे के परिचालन के लिए अपग्रेड करने, प्रमुख मार्गों पर सभी मानवयुक्त समपारों को समाप्त करने, सिग्नलिंग सिस्टम के आधुनिकीकरण आदि कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने पर जोर दिया। दिसंबर-21 तक पूर्वी और पश्चिमी समर्पित माल गलियारों को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। ईडीएफसी का लगभग 58 प्रतिशत उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में पड़ता है और खुर्जा-भदान के बीच माल गलियारे को जल्द ही वाणिज्यिक परिचालन के लिए खोला जा सकता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि निजी ट्रेन संचालन और प्रोडक्शन यूनिटों का निगमीकरण भी महत्वपूर्ण विषय हैं और इनको सही दृष्टिकोण से अपनाना चाहिए।
    अध्यक्ष ने समय पालनता में सुधार के लिए सभी जोनल रेलवे को बधाई दी। निरंतर प्रयासों द्वारा उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वर्ष की तुलना में समय पालनता में 9.44 प्रतिशत का सुधार दर्ज किया है जो सभी रेलवे क्षेत्रों के बीच दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। सुपर सैचुरेटेड मार्गों पर क्षमता के 160 प्रतिशत पर परिचालन करने के बावजूद उत्तर मध्य रेलवे का समय पालनता में सुधार का प्रदर्शन बहुत महत्वपूर्ण है। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय द्वारा सघन मॉनिटरिंग के साथ आगरा, इलाहाबाद और झांसी डिवीजनों द्वारा निरंतर प्रयासों से यह सुधार संभव हो सका है। बैठक में स्वच्छता ही सेवा और स्वच्छता पखवाड़ा में चल रही स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की गई और सभी जोनल रेलवे को स्वच्छता के मोर्चे पर किए गए कार्यों के लिए राज्य मंत्री और अध्यक्ष रेलवे बोर्ड द्वारा बधाई दी गई। सलाहकार एनवॉयरमेंट एवं हाऊसकीपिंग मैनेजमेंट ने बताया किए 2 अक्टूबर 2019 से 50 माइक्रोन मोटाई से कम वाली एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के संबंध विस्तृत निर्देश जारी किए जा रहे है। सभी प्रमुख स्टेशनों पर बॉटल क्रशिंग मशीनें स्थापित की जाएंगी।
    इस दौरान महाप्रबंधक उमरे राजीव चौधरी ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे ने सुपर सेचुरेटेड मार्गों के बावजूद जुलाई-19 में 59.6 प्रतिशत के मुकाबले अगस्त 2019 में 64.3 प्रतिशत की पंक्चुअलिटी हासिल की है और जोन सुधार की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि भदान-खुर्जा सेक्शन के बीच ईडीएफसी के संचालन के साथ कानपुर से अतिरिक्त कोचिंग ट्रेनें चलाने की क्षमता होगी जिसके लिए टर्मिनल सुविधाओं में विस्तार की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बोर्ड को आश्वस्त किया कि इलाहाबाद में रूट रिले इंटरलॉकिंग को बदलने के बाद इलाहाबाद से भी अधिक ट्रेनों को ओरिजनेट किया जा सकेगा। उन्होंने झूंसी (प्रयागराज) में पर्याप्त रेलवे भूमि की उपलब्धता को देखते हुए यहां कोच मेंटेनेंस की सुविधाओं को विकसित करने का सुझाव दिया। बोर्ड से सहायता के संबंध में बोलते हुए महाप्रबंधक श्री चौधरी ने झांसी के लिए नई दुर्घटना राहत ट्रेन आवंटित करने और बलास्ट लदान के लिए हॉपर वैगनों आदि का अनुरोध किया।