• जर्मनी अस्पताल के 11 कूलर में मिले डेंगू के लार्वा
  • डेंगू लार्वा की जांच के लिए चिकित्सालयों के औचक निरीक्षण में खुल रही पोल
    झांसी। लगातार हो रही बारिश और उमस ने आम जन जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। ऐसे ही मौसम में घर या कार्यालयों के आसपास पानी भरने और सफाई न रखने से मच्छरों के पनपने की संभावना बढ़ जाती है। हालत यह है कि अभी जिले में डेंगू के नौ मरीज मिल चुके हैं। लगातार किए जा रहे निरीक्षण में प्राइवेट अस्पतालों के कूलर में डेंगू के लार्वा मिलने से अफरा-तफरी मची हुई है। इसी क्रम में शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील प्रकाश द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में जर्मनी हॉस्पिटल में 13 कूलर में से 11 कूलर में डेंगू के लार्वा मिले हैं।
    मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा आज जर्मनी हॉस्पिटल और निगम हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डेंगू लार्वा की जांच की गयी। जांच मेंं जहां निगम हॉस्पिटल मे 5 कूलर देखे पर किसी में भी डेंगू का लार्वा नहीं मिला जबकि जर्मनी हॉस्पिटल में 13 कूलर में जब चेक किया गया तो उसमें से 11 कूलर में बहुत अधिक मात्रा में डेंगू का लार्वा पाया गया है। इसके तहत जर्मनी हॉस्पिटल के प्रबंधक को नोटिस दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अस्पताल एक ऐसी जगह है जहां मरीज बीमार से स्वस्थ्य होने के लिए आता है ऐसे में बीमारी की हालत में यदि उसे डेंगू का मच्छर काटता है तो उसे डेंगू होने की ज्यादा संभावना होती है। उन्होंने अपील की कि सभी नर्सिंग होम व होटल, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालक हर रविवार अभियान चलाकर अपने यहाँ के सभी कूलर को खाली कर उसे सुखाकर दुबारा पानी भरें। डेंगू का लार्वा रुके हुए पानी में ही पनपता है। उन्होंने कहा कि हमे अपने आस पास भी सफाई रखनी चाहिए और जहां भी पानी एकत्रित हैए उन जगहों को खाली करना चाहिए।
    संचारी रोग के नोडल अधिकारी डॉ. राज किशोर ने बताया पिछले वर्ष जनपद में 288 डेंगू के मरीज मिले थे और इस वर्ष अभी तक नौ मरीज मिल चुके हैं। उन्होंने बताया यह समय डेंगू के लिए सबसे उच्चतम समय है, इस मौसम में डेंगू ज्यादा फैलता है, इसीलिए सावधानी रखना बहुत जरूरी है। निरीक्षण करने वाली टीम में एसीएमओ डॉ. एनके जैन, जिला मलेरिया अधिकारी आरके गुप्ता, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. विजय श्री शुक्ला, कार्तिक आर्या, विजय बहादुर आदि उपस्थित रहे।