• १९ व २० को ओरछा में चिकित्सीय सम्मेलन आयोजित
    झांसी। आईएडीवीएल चैप्टर का ३७ वां वार्षिक अधिवेशन क्यूटीकॉन यूपी-यूके ओरछा के एक होटल में १९ व २० अक्टूबर को किया जा रहा है। इस चिकित्सीय सम्मेलन में प्रख्यात विशेषज्ञ चर्म रोगों व उससे जुड़े पहलुओं पर वृहद चर्चा करेंगे। इसके साथ ही रोगों से सम्बन्धित विविध पहलुओं को परख कर नई-नई जानकारियों को साझा किया जाएगा।
    आयोजन समिति के अध्यक्ष डा. दिनेश चन्द्र गोविल (प्रोफेसर व पूर्व विभागाध्य चर्म एवं गुप्त रोग विभाग, मलबा मेडिकल कालेज) ने कि इस तरह का चिकित्सीय सम्मेलन वर्ष १९९८, २००२ व २००९ में भी झांसी एवं खजुराहो में आयोजित किया जा चुका है। वर्ष २०१९ के इस आयोजन की थीम डे-टू-डे डर्माटालॉजी है। इस अधिवेशन में देश के विभिन्न भागों के प्रमुख चर्मरोग विशेषज्ञ भाग ले रहे है। इसमें प्रमुख रूप से डा. वीके शर्मा प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष एम्स, डा. संजीव हांडा प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष पीजीआई चण्डीगढ़, डा. भूषण कुमार प्रोफेसर व पूर्व विभागाध्यक्ष मेडिकल कालेज प्रयागराज कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे। इनके अलावा डा. देवेश मिश्रा पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, डा. दीपक पदोही प्रोफेसर व हैड यूसीएमएस, डा. राजेश कुमार वरिष्ठ परामर्शदाता बाम्बे हॉस्पिटल, डा. विक्रम साहू विभागाध्यक्ष मेडिकल कालेज नागपुर, डा. जयदेव बैटकेरूर एचओडी मेडिकल कालेज मैसूर, डा. बीजू वासुदेवकर मिलिट्री हॉस्पिटल लखनऊ, डा. सिनोय, डा. अनुराग तिवारी भोपाल, डा. धीरज पाण्डेय, डा. अमित मदान लखनऊ, डा. अनिल गंजू दिल्ली आदि के भाग लेने की संभावना है।
    प्रधानाचार्य महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज झांसी डा. साधना कौशिक ने बताया कि विगत कई वर्षों से झांसी में विभिन्न विषयों को लेकर चिकित्सीय सम्मेलन आयोजित किये जा रहे हैं। यह सम्मेलन भी चर्म रोगियो के विभिन्न पहलुओं को परखने में सहायक सिद्घ होगा। आयोजन सचिव डा. नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि अधिवेशन में दो दिन प्रमुख रूप से फंगल इंफेक्शन, सैक्सुली ट्रांसमिटिड डिसीस, लैप्रोसी सफेद दाग आदि पर गहन चर्चायें होंगी एवं शोध पत्र पढ़े जाएंगे। उन्होंने बताया कि विभिन्न मेडिकल कालेज के चर्म रोग विभाग के छात्र-छात्राओं के लिये यह अधिवेशन एक मील का पत्थर साबित होगा। इस मौके पर डा. डीके ओमर, डा. अंकित सक्सेना आदि उपस्थित रहे। संचालन प्रदीप श्रीवास्तव ने किया।