झांसी। जनपद झांसी के मोटर एक्सीडेंट क्लेम के समस्त बाद को शासन की मंशानुसार गठित विशेष ट्रब्यूनल को पुरानी तहसील भवन झांसी में स्थापित करने के विरोध में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रमेश कुमार यादव के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया कि कचहरी से पुरानी तहसील परिसर दूर है और वर्तमान में तहसील परिसर घने पुराने शहरी क्षेत्र व कम चौड़ी सड़क पर स्थित होने के कारण ही तहसील न्यायालय को अन्यंत्र खुले स्थान पर स्थानातरित किया जा चुका है। बावजूद इसके उसी पुरानी तहसील भवन में ट्रब्यूनल स्थापित की जा रही है, जो कि स्वयं में उचित निर्णय नहीं है।
उन्होंने बताया कि जनपद झांसी में मोटर एक्सीडेंट क्लेम के सितम्बर माह में १५४६ प्रतिकर याचिकायें विचाराधीन हैं। प्रतिवर्ष करीब ६०० नई प्रतिकर याचिकायें प्रस्तुत होती हैं। जिनमें से वमुश्किल आधी याचिकाओं का ही निस्तारण हो पाता है। इस प्रकार लगातार पेंडेंसी बढ़ती जा रही है। प्रत्येक प्रतिकर याचिका के निस्तारण होने व प्रतिकर राशि जमा होने के उपरांत जर वापसी का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत होता है। जिसे विविध वाद के रूप में दर्ज किया जाता है एवं प्रतिकर याचिकाओं में भी कई तरह के विविध प्रार्थना पत्र प्रस्तुत होकर विविध वाद में पंजीकृत होते हैं। इस तरह से विविध बाद भी १००० के लगभग विचाराधीन रहते हैं। मुकदमों की बहुतायात संख्या में अधिवक्तागण द्वारा पैरवी की जा रही है और सम्बन्धित अधिवक्तागण मोटर एक्सीडेंट क्लेम के दावों के अतिरिक्त उनसे सम्बंधित फौजदारी व दीवानी के मुकदमों में भी पैरवी करते हैं और वह पूर्व की भांति कचहरी परिसर स्थित न्यायालयों में ही संचालित होंगे। ऐसे में अधिवक्तगण न्यायालय की कार्य प्रणाली से मानसिक तौर पर काफी विचलित रहेंगे जिस कारण वादकारियों को उचित अवधि में उचित न्याय प्राप्त नहीं होगा और इसके दूरगामी कई प्रतिकूल प्रभाव पड़ेंगे। पुरानी तहसील परिसर में अधिवक्ताओं व वादकारियों के बैठने व वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था भी नहीं है एवं ट्रब्यूनल के सामने ही सामूहिक टॉयलेट बने हैं जिनसे दुर्गन्ध आती है, एक क्लेम ट्रब्यूनल में एक साथ इतने मुकदमों का निस्तारण होना संभव नहीं है। जिससे वादकारियों के ऊपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। न्यायहित में वादकारियों के हित को ध्यान में रखते हुये कम से कम दो क्लेम ट्रब्यूनल की स्थापना ऐसी जगह पर की जानी चाहिये जहां पर अधिवक्ताओं व वादकारियों के बैठने व वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था हो।
संघ द्वारा प्रस्तुत वैकल्पिक प्रस्ताव
बार संघ द्वारा उक्त ट्रब्यूनल को नये स्थान पर स्थापित करने के बावत वैकल्पिक प्रस्ताव प्रेषित किए। इसमें कलैक्ट्रेट परिसर स्थित संघ के शंकर सहाय भवन के प्रथम तल पर कुल एरिया २१०० वर्गफुट जिसमें ४ नये कमरे मय लेटबाथ व लगभग १००० वर्गफुट खुला एरिया। जजी कम्पाउण्ड स्थित संघ की लाईब्रेरी के ऊपर अर्थात द्वितीय तल पर नवनिर्मित एक बड़ा हॉल व उससे सटे दो कमरे मय लेट-बाथ। सीजेएम कोर्ट परिसर स्थित स्थायी लोक अदालत कक्ष व विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट की न्यायालय में से किसी भी न्यायालय में ट्रब्यूनल स्थापित करने व उक्त अदालत को कॉलम १ व २ में वर्णित स्थान पर स्थानातरित किया जाना।