• जीएम ने रिमोट से किया ई-आफिस का शुभारम्भ
    झांसी। पेपरलेस वर्किंग की ओर कदम बढ़ाते हुए महाप्रबंधक राजीव चौधरी द्वारा मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय झांसी में रिमोट द्वारा ई-ऑफिस का उदघाटन किया गया। ई-ऑफिस की शुरूआत करते हुए पहली ई-फाइल परिचालन विभाग द्वारा भेजी गई। इस दौरान जीएम ने कहा कि भारतीय रेल के लिए अधिक दक्षता व उत्पादकता हासिल करने और उसे हासिल करने में ई-ऑफिस एक महत्वपूर्ण कदम होगा। ई-ऑफिस पेपरलेस कार्य संस्कृति को बढ़ावा देगा। इससे न केवल ऑपरेटिंग कॉस्ट घटेगी, बल्कि कार्य प्रणाली भी पर्यावरण मित्र बनेगी। जीएम द्वारा ई-ऑफिस के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए 5000 रूपये के इनाम की घोषणा भी की गई। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधकसंदीप माथुर, अपर मंडल रेल प्रबंधक अमित सेंगर, मंडल वाणि’य प्रबंधक अखिल शुक्ला, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक अमृतांशु मौर्य सहित सभी प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित रहे।
    गौरतलब है कि ई-ऑफिस मूलत: डिजिटल वर्क प्लेस सॉल्यूशन है जिसे भारतीय रेल की पब्लिक सेक्टर यूनिट-रेलटेल द्वारा विकसित किया गया है। इसके माध्यम से संपूर्ण भारतीय रेल में वर्तमान कार्य प्रणाली को कागजों से हटाकर डिजिटलीकृत किया जा रहा है। इसका उद्देश्य कागज के उपयोग में कमी, अधिक पारदर्शिता व एकॉंउटबिल्टी, सुनिश्चित डेटा इंटीग्रिटी, सुरक्षा, कार्य संस्कृति में सकारात्मक परिवर्तन और समय के साथ ही मानव संसाधनों की बचत करना है। ई-ऑफिस एक क्लाउड इनेबल्ड सॉफ्टवेयर है जो रेलटेल टियर थर्ड सर्टिफाइड डेटा सेंटर से होस्ट किया जा रहा है। यह ई-ऑफिस प्रक्रिया (सीएसएमईओपी) के केंद्रीय सचिवालय मैनुअल पर आधारित है। ई-ऑफिस में डेटा की पर्याप्त सुरक्षा के लिए 100 प्रतिशत डेटा बैकअप सुनिश्चित करने वाले दो एक्स्लूसिव सर्वर प्रदान किए जाते हैं।
    ई-ऑफिस पर डिजिटल फ़ाइल की डीलिंग को भौतिक फ़ाइल के समान ही रखा गया है ताकि कर्मचारी इस पर कार्य के लिए आसानी से अपने को ढाल सकें व परंपरागत पेपर फ़ाइल प्रक्रिया को समाप्त किया जा सके। वर्तमान में लागू होने वाले ई-ऑफिस सिस्टम में 4 मॉड्यूल (फाइल मैनेजमेंट सिस्टम (ई फाइल), नॉलेज मैनेजमेंट सिस्टम (केएमएस), कोलैबरेशन व मैसेजिंग सर्विसेज (सीएएमएस), कार्मिक सूचना प्रबंधन प्रणाली (पीआईएमएस) होंगे। इस प्रणाली को पूरी तरह से उपयोग में लाने और मैनुअल फाइल सिस्टम बंद करने से इसके लाभ परिलक्षित होंगे। इसका प्रयोग अंतिम उपयोगकर्ता के लिए अवश्य ही सुखद अनुभव होगा, ई-ऑफिस भारतीय रेलवे के डिजिटलीकरण में एक मील का पत्थर साबित होगा। उमरे में ई-ऑफिस को लागू करने की प्रक्रिया इस साल अप्रैल में शुरू हुई थी, तब से उमरे के सभी 1087 उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण, प्रशिक्षण, डिजिटल हस्ताक्षर बनवाना, फ़ाइल नंबरिंग सिस्टम की प्रक्रिया आदि कार्य चरणबद्ध तरीके से किए गए।