• उमरे में माल लदान के संवर्धन व लोडिंग ग्राहकों से बेहतर समन्वय बैठक सम्पन्न
    प्रयागराज (संवादसूत्र)। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा प्रयागराज में मालभाड़ा ग्राहक समन्वय बैठक को सम्बोधित करते हुए महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने रेल के माध्यम से अपने माल के अधिक से अधिक परिवहन के लिए उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि रेलवे परिवहन का सबसे पर्यावरण अनुकूल साधन है। रेलवे के माध्यम से बढ़ा हुआ परिवहन स्वाभाविक रूप से प्रदूषण में कमी लाएगा व उत्तर मध्य रेलवे वित्त वर्ष 2019-20 के अपने चुनौतीपूर्ण लदान लक्ष्य को पा सकेगा। उन्होंने बताया कि रेलवे ने पहले ही अपने माल शेडों को बड़े पैमाने पर नवीनीकृत करने की योजना बनाई है और माल शेड के विकास के लिए एक समर्पित निधि आवंटन की भी योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हमें अंतर्देशीय कंटेनर में कुछ गंतव्य स्थानों तक नामित दिन पर डिपो से समय सारिणी के अनुसार चलने वाली कंटेनर ट्रेनें चलाने की आवश्यकता है। इससे बिजनेस समुदाय सड़क परिवहन के स्थान पर इस सुविधा का उपयोग करने के लिए प्रेरित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि मध्यम व छोटे लोडरों को इस वर्ष सितंबर से भारतीय रेल द्वारा दिए गए पीसमील, मिनी रेक और एक से अधिक स्टेशन लोडिंग के लाभों का उपयोग करना चाहिए। जीएम ने यह भी कहा कि मूल्यवान ग्राहकों को 15 प्रतिशत व्यस्त सीजन अधिभार को हटाने को रेल के माध्यम से अपने माल के अधिक से अधिक परिवहन के लिए उपयोग करना चाहिए।
    प्रारंभ में मुख्य वाणिज्य प्रबंधक/फ्रेट मार्केटिंग अनु मणि त्रिपाठी ने उत्तर मध्य रेलवे और ग्राहक वार विशिष्ट संदर्भों पर लदान परिदृश्य को समाहित करते हुए एक संक्षिप्त प्रस्तुतिकरण किया। मुख्य माल यातायात प्रबंधक पीके ओझा ने परिचालन में सुधार के लिए रेलवे और मालवाहक लोडरों के बीच बेहतर तालमेल च लोडिंग और अनलोडिंग के दौरान वैगनों को नुकसान से बचाने के लिए बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर चर्चा की।
    इस दौरान प्रमुख मुख्य वाणि’य प्रबंधक एमएन ओझा ने बताया कि महाप्रबंधक चौधरी के प्रेरणादाई और सकारात्मक नेतृत्व में उत्तर मध्य रेलवे ने अपने मूल्यवान ग्राहकों के लिए पारदर्शी और परेशानी मुक्त लोडिंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कई सुधारों को लागू किया है। प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक रवि वल्लूरी ने कहा कि उमरे यात्री एवं माल के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और वंदे भारत व तेजस एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम सेवाओं का परिचालन कर रही है। इसके अतिरिक्त यह जोन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेनें भी चला रहा है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 18-19 में उत्तर मध्य रेलवे के 15.40 मीट्रिक टन की सर्वश्रेष्ठ लोडिंग प्रदर्शन के विरुद्ध वर्तमान वर्ष में 16.25 मीट्रिक टन लोड करने का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया गया है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी माल लदान सहयोगियों का सहयोग वांछित है।
    इस दौरान अलग-अलग माल भाड़ा ग्राहकों व चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों द्वारा अपनी संगठनों की लोडिंग योजना प्रस्तुत करने के साथ ही रेलवे के साथ समन्वय के मुद्दे भी उठाए गए। आईओसीएल व एचपीसीएल ने बताया कि प्रदूषण मानदंडों को पूरा करने के लिए उनकी रिफाइनरियों को लगभग 45 दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। हालांकि इस अनिवार्य उन्नयन के लोडिंग पर प्रभाव को कम करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। कंटेनर कॉर्पोरेशन के प्रतिनिधि ने यह भी आश्वासन दिया कि लोडिंग में सकारात्मक वृद्धि के लिए कदम उठाए गए हैं और अगले एक महीने में इसके प्रभाव दिखने लगेंगे। अंतर्देशीय कंटेनर डिपो अर्शिया खुर्जा के प्रतिनिधि ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जेवर हवाई अड्डे और टीएचडीसी सुपर थर्मल पावर प्लांट की आगामी परियोजनाओं से उसकी लोडिंग में काफी वृद्धि होगी। उत्तर मध्य रेलवे ने एआरआईके खुर्जा से मोलासेस की लोडिंग बढ़ाने का अनुरोध किया। चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने रेलवे से पार्सल की डोर टू डोर डिलीवरी शुरू करने और अधिक समय सारिणी बद्ध पार्सल एक्सप्रेस चलाने की अपील की। महाप्रबंधक ने सभी ग्राहकों को आश्वासन दिया कि उनके सुझावों को नोट किया गया है और उन पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। बैठक में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक इलाहाबाद नवीन दीक्षित, झांसी डॉ. जीतेंद्र कुमार, आगरा आशुतोष सिंह एवं वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक इलाहाबाद मनु प्रकाश दुबे, झांसी शशिकांत त्रिपाठी, आगरा आकांशु गोविल आदि उपस्थित रहे। संचालन उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक शिवम शर्मा ने किया।