• प्रथम बैठक में अध्यक्ष ने सदस्यों से क्षेत्र के विकास में खपा देने को कहा
    झांसी। बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड की प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि बोर्ड में सर्वो’च अधिकारी सदस्य हैं तो गैर सरकारी सदस्य भी बेहद अनुभवी हैं, जिसका लाभ क्षेत्र को निसंदेह प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि हमे दृढ़ निश्चत करना होगा कि क्षेत्र के विकास में अपने को खपा दें, परन्तु ऐसा प्रतीत नही हो रहा है। झांसी में स्र्पोट्स कालेज खोने के लिए भूमि तलाशने के निर्देश दिये थे, परन्तु आज तक न सदस्यों और न अधिकारियों ने सम्पर्क नही किया कि कैसी जमीन व कितनी जमीन देखी जाये। उन्होंने कहा कि झांसी बुन्देलखण्ड का केन्द्र भी है जो राजमार्गों का चौराहा है। वह झांसी में है, यहां ट्रांसपोर्ट हब बनाया जा सकता है। प्रयास करना चाहिए क्योंकि रेल और राजमार्ग कनैक्विटी के कारण क्षेत्र का विकास त्वरित गति से हो सकता है। टांसपोर्ट हब के लिए नगर निगम भूमि उपलब्ध कराने को तैयार है। शासन से धन उपलब्ध कराना होगा। उन्होने कहा कि क्षेत्र में उद्योगों का सृजन हो ताकि रोजगार मिल सके, रोजगार से ही पलायन रोका जा सकता है। कुं0 मानवेन्द्र ने कहा कि समस्त सदस्य क्षेत्र के विकास में बाधक समस्याओं को चिन्हांकित करें ताकि समिति गठन किया जा सके। उन्होंने बताया कि लगभग 14 समितियों का गठन आज किया जा रहा है जिसमें सदस्य तथा अधिकारी गम्भीरता से कार्य करें ताकि विकास त्वरित हो सके।
    बोर्ड के उपाध्यक्ष चित्रकूट अयोध्या सिंह पटेल ने दलहन-तिलहन में किसानो को अनुदान देने की मांग करते हुए कहा कि बोर्ड का कार्य मात्र परामर्शी न हो इसे और अधिकार दिये जायें ताकि कार्य हो सकें। क्षेत्र के विकास व किसानों को उनकी उपज के सही दाम के लिए आंवला, करौंदा, नीबू के उत्पादन को प्रोत्साहित करने, प्रोसेसिंग प्लांट लगाने, अन्ना पशुओं पर रोक लगाने, ग्रेनाइड, बालू व क्रेसर उद्योग से प्राप्त रायल्टी का कुछ अंश बुन्देलखण्ड में व्यय करने, स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने, बांदा मेडीकल कालेज में चिकित्सको की संख्या बढ़ाने की अपेक्षा की।
    उपाध्यक्ष राजा बुन्देला ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए फाइन आर्ट की स्थापना करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा किएक दिन के सेमीनार से क्षेत्र का विकास सम्भव नही है। बुन्देलखण्ड भूखा, सूखा प्रताडि़त है। उन्होंने कहा कि 67 प्रतिशत पलायन पर अंकुश के लिए नव जवान को रोकने पर बल दिया। झांसी में हाकी प्रशिक्षण केन्द्र खोलने, माइक्रो फाइनेंस स्कीम बनाने, समूह को शामिल कर चन्देरी साड़ी, पापड़, बरी, रानीपुर टेरीकाट को पुन: स्थापित करने, लोक कलाओं को पुनर्जीवित करने पर को कहा।
    बैठक में सदस्य जगदीश सिंह चौहान ने पर्यटन को बढ़ाने, विद्युत दरो को कम करने की जरूरत पर प्रतिपादित की। सदस्य प्रदीप चौबे ने क्षेत्र में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने तथा उसमें अनुदान देने, ललितपुर के सबसे पिछड़े क्षेत्र बालावेट में पेयजल की समस्या को दूर करने का सुझाव दिया। सदस्य डॉ पवन पुत्र बादल जालौन ने अन्ना गौवंश पालने, तालाब कुओं व बावड़ी की पर्याप्त सफाई मनेरगा से कराने, नक्षत्रशाला की स्थापना चित्रकूट व झांसी में करने का सुझाव दिया। सदस्य लवकुश चतुर्वेदी चित्रकूट ने धार्मिक स्थलों का विकास करने मंदाकिनी का अस्तित्व बचाने, खाली भूमि पर उद्योग स्थापित करने का सुझाव दिया। सदस्य कुलपति कृषि विवि डॉ यूएस गौतम ने बताया कि विश्वविद्यालय के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य हो रहा है। प्रशिक्षण दिया जा रहा तथा बुन्देलखण्ड में ही रोजगार की सलाह दी जा रही। जिससे अन्य को रोजगार मिल सके। उन्होने उद्यानिक क्षेत्र में कार्य करने का सुझाव दिया। सदस्य डॉ शम्भु दयाल जालौन ने बेरोजगारी व किसानों के हित पर चर्चा करने, पलायन रोकने के लिए उद्योगों पर छूट प्रदान करने किसानों की आय दोगुनी करने के लिये फसल को रोटेशन करने की अपेक्षा की। सदस्य डॉ महेन्द्र पाल सिंह हमीरपुर ने बोर्ड को अधिकार भी देने, सरकारी की तरह निजी ट्यूवबैल से सिंचाई को मुफ्त करने, हमीरपुर में खुलने वाले मेडीकल कालेज को मुस्करा में खोलने को कहा।
    विकास हेतु विविध समितियां
    बैठक में मुख्यमंत्री जी के आर्थिक सलाहकार केवी राजू ने बताया कि बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड का आफिस भी बुन्देलखण्ड क्षेत्र में होगा। उन्होने कहा कि जो इश्यू उठाये गये हैं उनका प्रेजेन्टेशन जनवरी 2020 को आयोजित होने वाली गोष्ठी में किया जायेगा। उन्होंने बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड हेतु प्रस्तावित समितियों के प्रारुप की जानकारी दी और कौन क्या कार्य करेगे। श्री राजू ने बुन्देलखण्ड विकास हेतु सड़क निर्माण, जल प्रबन्धन, पर्यटन, प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक एवं उ’च शिक्षा, कौशल विकास, उद्योग, डेरी, पशुपालन, मस्त्य पालन, नगर विकास, ग्राम्य विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, कृषि उपज, कला व खेल समितियों का गठन करते हुये सदस्यों को कम से कम 3 समितियों में शामिल होकर कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि समिति में रहकर सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड के विकास पर कार्य करना होगा तथा जो सुझाव हैं उन्हे शामिल करते हुये जनवरी माह में प्रस्तुतीकरण करना होगा। समिति में शामिल सदस्यों को अपनी टिप्पणी समस्या क्या है, उसकी बजह क्या है, परिणाम क्या हो रहा है, समस्या के लिये क्या रणनीति है, रणनीति को कैसे लागू करने के लिये पैसा कहां से आयेगा, कैसे कोई जुड़ेगा तथा जो सुझाव दे रहे है उसका क्या फायदा होगा, क्षेत्र, गांव, नगर को यह भी चिन्हित करना होगा।
    जनवरी 2020 की बोर्ड बैठक में मुख्यमंत्री लेंगे भाग
    अपर मुख्य सचिव नियोजन कुमार कमलेश ने बताया कि जनवरी 2020 को 3 दिवसीय बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। इसमें विशेषज्ञ भाग लेकर अपने प्रयोग की जानकारी देंगे। विशेष सचिव नियोजन अंकित अग्रवाल ने पावर प्वांइट प्रेजेन्टेशन के द्वारा जानकारी दी।
    जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
    द्वितीय सत्र में जन प्रतिनिधियो ने प्रतिभाग किया तथा बोर्ड के समक्ष विकास के सुझाव प्रस्तुत किये। इसमें संसद जालौन-झांसी श्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि जो कार्य करें वही उसका रखरखाव भी करे तभी योजना का लाभ प्राप्त होगा। उन्होने कहा कि जल निगम योजना तैयार करता व जल संस्थान संचालन करता, परन्तु यह देखा जा रहा है कि योजना बनने के बाद जल संस्थान हैण्डओवर नही करता। जिससे क्षेत्र में लाभ नहीं मिलता। उन्होंने क्षेत्र में सौलर प्लांट पर जल्द अनुदान दिये जाने का सुझाव दिया।
    मेयर नगर निगम रामतीर्थ सिंघल ट्रांसपोर्ट हब बनाने की बात रखी तथा नगर में यातायात की समस्या के बारे में बताया। विधायक मऊरानीपुर बिहारी लाल आर्य ने केन-बेतवा लिंक के कार्य, रानीपुर टेरीकाट को बढ़ावा देने का भी सुझाव दिया। विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने कहा कि बोर्ड का गठन का अर्थ है कि बुन्देलखण्ड का विकास सुनिश्चित। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड के लिये जो योजना बने वह राज्य के अन्य जिलों से अलग हो तभी विकास सम्भव होगा। एमएलसी रमा निरंजन ने सभी किसानों के ऋण माफ करने तथा हैण्डपम्प की व्यवस्था पूर्व की तरह करने का सुझाव दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष तालबेहट ममता सोनी ने तालबेहट में वाटर स्पोर्ट व वार्डो में प्येजल समस्या की जानकारी दी। बोर्ड अध्यक्ष कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने क्षेत्र के व्यापारिक संगठन, उद्योगपतियों के साथ भी बुन्देलखण्ड विकास पर चर्चा की और सुझाव मांगे। इस मौके पर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्य जन प्रतिनिधि, उपायुक्त उद्योग सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अजय पस्तोर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।