• 72 घंटे के अन्दर मुकेश हत्याकांड का खुलासा
    झांसी। वह प्रेमिका के इश्क में हद से ज्यादा दीवाना था। प्रेमिका यदि किसी से बात करती तो उसके कलेजे पर छुरियां चल जाती थीं और वह कुछ कर गुजरने के लिए बेताव हो जाता था। इसी पागलपन्ती के चलते उसने एक ऐसे हादसे को जन्म दे दिया कि उसकी जिन्दगी सलाखों के साए में पहुंच गयी।
    दरअसल, 26 नवम्बर 19 जनपद के थाना बरुआसागर थानान्तर्गत ग्राम बनगुआं में एक युवक की जली हुई नग्न लाश मिली थी। लाश की शिनाख्त टैक्सी चालक मुकेश रायकवार निवासी बनगुआं के रुप में हुई थी। मृतक के चाचा मनोहर की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात हत्यारोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इसके बाद बरुआसागर पुलिस ने छानबीन करते हुए मुखबिर की सूचना पर क्षेत्र में अंजनी माता मंदिर के पास से हत्यारोपी को दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम राकेश रायकवार निवासी बनगवां थाना बरूआसागर बताया। पुलिस को उसने जो कहानी सुनायी उसने रोंगटे खड़े कर दिए। दरअसल, आरोपी राकेश रायकवार एक लड़की से प्यार करता है। उसकी प्रेमिका मृतक मुकेश की टैक्सी से अक्सर आती-जाती थी। मुकेश से प्रेमिका का मेलजोल उसे पंसद नहीं था इसलिए उसने कई बार मृतक को लड़की को बैठाने से मना किया, लेकिन जब वह नहीं माना तो उसने ऐसा निर्णय ले लिया जिसने उसे जेल की सलाखों के अंदर धकेल दिया।
    पुलिस के अनुसार आरोपी ने मुकेश की हत्या की ऐसी योजना बनाई जिसमें उसके फंसने के चांस कम थे। योजना के अनुसार उसने मृतक मुकेश को जंगल में धोखे से बुलाया और बातों ही बातों में उसने मुकेश की पहले पत्थरों सें कुचलकर हत्या की और फिर साक्ष्य मिटाने के लिए लाश पर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगा दी। इसके बाद लाश को जलता छोड़ कर वह मौके से भाग गया। पुलिस ने हत्यारोपी के खिलाफ धारा 302/201के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया।