• द्वार सभाओं में एनपीएस, निगमीकरण/निजीकरण पर बरसे नेता
    सरकार की मजदूर विरोधी नितियों के विरोध में एनएफआईआर के आव्हान पर एनसीआरईएस के पदाधिकारियों द्वारा विविध शाखाओं में द्वार सभाएं कीं। इनमें वक्ताओं ने सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अगर न्यू पेन्शन स्कीम के दंश से कर्मचारी ग्रसित हैं तो वह भी तत्कालीन श्रमिक विरोधी सरकारी रवैये के कारण है। अभी हम उसका पूरी तरह निदान कर भी नहीं पाये थे कि हमारे सामने निजीकरणए निगमीकरण और वाह्यसेवाकरण का विस्तार न केवल रेल कर्मचारियों की संख्या और उनकी सेवा शर्तों में कमी आ रही है बल्कि रेल सेवायें भी दुष्प्रभावित हो रही हैं। परिवर्तन संगोष्ठी में निष्ठावान कर्मचारियों के प्रति जो धारणा प्रदर्शित की गयी है उससे कर्मचारियों की भावनाएं आहत हुयी हैं। एनपीएस के समाप्त करने और निगमीकरण/निजीकरण को रोके जाने तक संघर्ष का आह्वान किया।
    इस क्रम में शाखा नंबर 1 के सचिव इन्द्र विजय सिंह, शाखा नम्बर 2 के सचिव कामता प्रसाद साहू, शाखा अध्यक्ष जीएस शर्मा, शाखा नम्बर 3 के अध्यक्ष अंकित भटनागर तथा वरिष्ठ साथी राजकुमार थापक, प्रभात मिश्रा, रविन्द्र मोहन श्रीवास्तव, आईके पाण्डेय, राकेश, विवेक चड्ढा, वीके साहू, एनकेजैन, जेपी सिंह, रामभरत गौर, मिर्जा जफर बेग, सतीश मीणा, राजेश साव, अशोक प्रजापति, जगदीश निगम ओएस, संदीप, जगदीश कुम्हार आदि उपस्थित रहे।
    इसी प्रकार प्रशासनिक लेखा शाखा के तत्वावधान में मंडल रेल चिकित्सालय पर द्वार सभा का आयोजन केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष/मंडल सचिव वीजी गौतम एवं सहायक महामंत्री भानू प्रताप चंदेल की उपस्थिति में किया गया। सभा में संतोष तिवारी, पीके सिंह, मोहम्मद याकूब खान, केबी उपाध्याय, बीके सिंह, महेंद्र सेन, संजीव नायक, राजेन्द्र परिहार, आईके पांडेय, ब्रजेन्द्र सिंह, गौरव श्रीवास्तव, मनीष शर्मा, पवन गौतम, अजय भारतीय, विनोद यादव, नितिन शर्मा, हसन खान, केके सैनी, अनिल तिवारी, विवेक आर्या, पंकज राय, विवेक चड्ढा, डीएन सिंह, नवीन मिश्रा, सुनीता झा, सरिता दास, दीपा सहगल आदि उपस्थित रहे। संचालन शाखा सचिव सुरेश कुमार राय ने व आभार बीपी सिंह परिहार ने व्यक्त किया।