• हत्यारोपी पत्नी व दो साथी गिरफ्तार, पिस्टल बरामद
    झांसी। जनपद के सदर बाजार थाना क्षेत्र के भटटागांव में दो दिन पूर्व हिस्ट्रीशीटर नदीम अली की गोली मार कर हत्या प्रकरण का पुलिस ने अनावरण कर चौंका दिया। नदीम की हत्या उसकी ही पत्नी नसरीन ने अपने रिश्तेदारों की मदद से करायी थी और स्वयं को पाक-साफ साबित करने के लिए दो अन्य लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार ने नदीम प्रकरण से पर्दाफाश करते हुए बताया कि सदर बाजार के मोहल्ला भट्टा गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर नदीम पर 13 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। नदीम शराब पीने का आदी था, आए दिन पत्नी व बच्चों की मारपीट करना, गांव वालों, वाहन चालकों से पैसे छीनना, शराब के लिए पैसों की मांग करना उसकी आदत थी। पति की हरकतों का विरोध करने पर लगातार नसरीन को भी मारने की धमकी देता था। एसएसपी ने बताया कि नदीम की हत्या के बाद उसकी पत्नी नसरीन द्वारा दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद जब पुलिस ने गहनता से जांच की तो मामला कुछ और ही निकला। पुलिस ने इस प्रकरण में नसरीन व उसके दो रिश्तेदारों को दबोच कर जब पूछताछ की तो नदीम हत्या काण्ड का पर्दाफाश हो गया।
    एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी सलमान और चना ने नसरीन की सहमति से नदीम की हत्या की योजना बनायी। योजना के तहत चना व सलमान ने पहले नदीम को शराब पिलाई गई और बाद में एक खेत में ले जाकर उसे गोली मार कर हत्या कर दी। इस प्रकरण में योजना के अनुसार मुकदमा की रंजिश दर्शा कर नसरीन ने विपक्षी मोहसीन व शानू के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवा दिया। जांच में पता चला कि हत्या के एक मामले में जेल में सजा काट रहे आरोपियों और सलमान के बीच कुछ लेनदेन चल रहा था जिसमें 10 लाख नगद और एक बोलेरो गाड़ी की बात नदीम को मालूम हो गई थी। नदीम इसमें से आधा हिस्सा मांग रहा था जबकि उक्त लोग उसे देना नहीं चाहते थे। इसके बाद उसकी हत्या का प्लान बना कर अंजाम दे दिया गया। पुलिस में हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और कारतूस बरामद कर लिए। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में सदर थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप गौतम, एसआई पुरुषोत्तम तिवारी, विश्वनाथ सिंह, विजय कुमार, योगेंद्र शामिल रहे।