झांसी। झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म को छोड़ते ही १२८०८ समता एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे अधेड़ की बीमारी के कारण मौत हो गयी तो परिजनों ने कई बार चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। इस पर शव को कोच से उतारा गया तब कहीं ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकी।
बताया गया है कि हजरत निजामुददीन से विशाखापटटनम जा रही १२८०८ समता एक्सप्रेस के एस-९ कोच में ग्वालियर से पचास वर्षीय रामकिशोर प्रजापति निवासी ग्वालियर अपने परिजनों के साथ राजनांद की ओर यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान उसकी तबियत बिगड़ गयी। इसकी सूचना मिलने पर ट्रेन के प्लेटफार्म नम्बर तीन पर आने पर रेलवे अस्पताल के चिकित्सक ने उसका उपचार किया। इसके बाद ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गयी। बताया गया है कि जैसे ही ट्रेन ने प्लेटफार्म छोड़ा रामकिशोर की तबियत फिर से बिगड़ गयी। इस पर उसके परिजनों ने खतरे की जंजीर खींच दी, किन्तु ट्रेन कुछ सेकेण्ड रुकने के बाद जब पुन: चल दी तो परिजनों ने लगातार कई बार चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन के रुकते ही स्टेशन से डिप्टी स्टेशन मास्टर सहित जीआरपी व आरपीएफ मौके पर पहुंच गयी। पूछताछ करने पर पता चला कि कोच नम्बर एस-९ में यात्रा कर रहे अधेड़ की हालत गम्भीर है। इस पर पुन: चिकित्सक को बुलाया गया। चिकित्सक ने कोच में पहुंच कर अधेड़ का परीक्षण कर मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन सामान लेकर अधेड़ के शव के साथ कोच से उतर गए। जीआरपी ने शव को कब्जे मेें ले लिया। बताया गया है कि उसकी तबियत काफी समय से खराब चल रही थी।