• डीएम ने चेताया आईजीआरएस पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं
    झांसी। गांधी सभागार कलेक्ट्रेट में आईजीआरएस पोर्टल के संदर्भ की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने निर्देश दिए कि आईजीआरएस पोर्टल के संदर्भों को गुणवत्ता के साथ समय सीमा के अंतर्गत डिस्पोज किया जाए, यदि संदर्भों को लिंगरऑन किया जाता या संदर्भ डिफॉल्टर की श्रेणी में आते हैं तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल आईजीआरएस पर किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पोर्टल के संदर्भों की पंचम तल से मॉनीटरिंग की जा रही है। उन्होंने संदर्भों के निस्तारण में शिथिलता बरतने पर सचिव मंडी मोंठ का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए।
    जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी यदि पोर्टल के सन्दर्भों का निस्तारण नहीं करता है तो 107/16 की कार्रवाई की जाएगी। आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वह विभाग जहां अधिक सन्दर्भ लम्बित वह प्रत्येक दशा में 1 मार्च 2020 तक निस्तारित कर लें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन व मुख्यमंत्री ऑनलाइन के सन्दर्भों का संवेदनशील होकर निस्तारण करें। उन्होंने पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को लम्बित सन्दर्भों का निस्तारण तत्काल सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पोर्टल के संदर्भों की जानकारी विभागीय नोडल अधिकारी से ली जाएगी, अत: मीटिंग में यह सारी सूचनाओ के साथ उपस्थित हों।
    जिलाधिकारी ने लंबित संदर्भों की समीक्षा करते हुए कहा कि विभागों में जिलाधिकारी संदर्भ 825 लंबित हैं, यह स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस संदर्भ 269 लंबित है। इसी प्रकार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदर्भ 249 लंबित है। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सन्दर्भ 98 रहने पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन, विघुत विभाग, डीडी कृषि, नगर निगम सहित अन्य विभागों को ताकीद करते हुए कहा कि लंबित संदर्भों का निस्तारण गुणवत्ता के साथ तत्काल सूचित किया जाए। इस मौके पर एडीएम राम अक्षयवर चौहान, बी प्रसाद, नगर मजिस्ट्रेट र्सालल पटेल, एसडीएम सदर संजीव कुमार मौर्य, गरौठा एके सिंह, एडी बचत नीरज मिश्रा सहित समस्त विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।