• रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ लिट् फेस्ट का समापन
    झांसी। बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव 2020 के तीसरे और अंतिम दिन साहित्य, सिनेमा और राजनीति पर दिलचस्प बहसें सुनने को मिलीं। कार्यक्रम का समापन रंगारंग कार्यक्रम से हुआ। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अथिति रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय विश्वविदयालय के प्रो अरविंद कुमार ने कहा की साहित्य के बिना जीवन अधूरा है। मंडलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा की यह कार्यक्रम सपने के साकार होने जैसा है। निश्चित ही इससे बुंदेलखंड की संस्कृति को लोगों को जानने का मौका मिलेगा।
    इस अवसर पर विशिष्ठ अथिति दैनिक जागरण झांसी के सम्पादक यशोवर्धन गुप्त ने कहा की महोत्सव ने झांसी की पहचान में विस्तार किया है, इसके साथ ही यहां के सुधि श्रोताओं को भी अनेक साहित्यकारों को सुनने का मौका मिला है। डॉ. धानूलाल गौतम ने इस आयोजन के लिए पूरी टीम को बधायी दी। वरिष्ठ साहित्यकार मैत्रीय पुष्पा ने कहा की साहित्य की सेवा के बाद आज मात्रभूमि की सेवा करने का मौका मिला है। वरिष्ठ फिल्म समीक्षक प्रहलाद अग्रवाल ने कहा की सत्रों की विषय का चुनाव समकालीन एवं जनोपयोगी था इसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं। संयोजक डॉ पुनीत बिसारिया ने कहा की आये हुए मेहमानों के बिना यह सफल आयोजन संभव नहीं था। इस अवसर पर झांसी के कई वरिष्ठ जनों को सम्मानित किया गया।
    इसके पूर्व कार्यक्रम के अंतिम दिन देश भर से आए साहित्यकारों, फिल्म मर्मज्ञों ने अपनी बात रखी। सिनेमा और समाज के आपसी संबंधों पर भी दिलचस्प चर्चाएं हुईं। बहस की शुरुआत सिनेमा के बदलते स्वरुप और वेबसीरिज की दुनिया में हो रहे नए प्रयोगों के साथ हुई। इसमें फिल्म मर्मज्ञ प्रहलाद अग्रवाल, फिल्म समीक्षक रोहित मिश्र, अकबर कादरी, आजम कादरी ने अपनी बात रखी। प्रहलाद अग्रवाल ने कहा कि वेब सीरिज सिनेमा एक विकल्प बन रहा है। कई नए तरह के विषय यहां दिखते हैं। यह मेनस्ट्रीम सिनेमा की तुलना में कम खर्चीला भी है लेकिन इसके अपने खतरे हैं। सिनेमा के इस वैकल्पिक फोरम को एक ताकतवर माध्यम बताते हुए रोहित मिश्र ने कहा ऑनलाइन सिनेमा दर्शक और सिनेमा के बीच की दूरी को कम कर रहा है। जिन छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में मल्टीप्लेक्स या सिनेमाघर नहीं हैं वहां भी इस तरह का सिनेमा सहजता के साथ देखा जा सकता है। इनकी लोकप्रियता अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि सेक्रेड गेम्स और मिर्जापुर जैसी हिट वेबसीरिज के किरदार छोटे गांवों और कस्बों तक में लोकप्रिय हैं। ऑनलाइन दुनिया का यह सिनेमा तेजी के साथ छोटे पर्दे के लिए चुनौती भी बनता जा रहा है।
    फिल्मी दुनिया से जुड़े अकबर कादरी और आजम कादरी ने कहा कि पश्चिम की तरह भारत में भी यह सिनेमा तेजी के साथ अपनी जगह बनाता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जरुरत इस बात की है कि अब बहुत लोकल स्तर पर नए लड़के नए विषयों पर फिल्में बनाएं। ऑनलाइन मीडियम ने उन्हीं अपनी बात रखने की एक बड़ी ताकत दी है।युवा लिखेगा, युवा पढ़ेगा शीर्षक वाले एक अन्य सत्र में युवा साहित्याकारों ने अपनी बात कहने के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में हो रहे प्रयोगों की चर्चा की। युवा लेखक कुलदीप राघव ने कहा यह अच्छी बात है कि युवा साहित्य में दिलचस्पी दिखा रहा है। नए लेखकों की किताबों का तेजी के साथ बिकना इस बात का संकेत है कि एक नई पीढ़ी हिंदी साहित्य में दिलचस्पी दिखा रही है। इस कार्यक्रम में बालेन्दु द्विवेदी, मंगत अनमोल, राकेश नारायण द्विवेदी ने भी अपनी बात रखी। सभी इस बात पर एकमत थे कि साहित्य की दुनिया तेजी के साथ बदल रही है और सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यम उसके प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
    कार्यक्रम का एक और सत्र हिंदी फि ल्मों में गायब होती भाषा को मौजूद श्रोताओं द्वारा पसंद किया गया। इसमें सिनेमा के संवादों में बदल रही भाषा, गानों में आने वाले नए शब्दों पर चर्चा की गई। फिल्म समीक्षक दीपक दुआ ने कहा कि सालों पहले दिल्ली में बोली जाने वाली भाषा हम फिल्मों का हिस्सा बन गई। वह शब्द जो पहले हल्के माने जाते थे अब वह सिनेमा के किरदारों के साथ हो गए। इस कार्यक्रम में मुंबई से गीतकार शैलेंद्र के बेटे दिनेश शंकर शैलेंद्र ने भी शिरकत की। यहां पर शैलेंद्र की गानों पर लिखी एक किताब का विमोचन भी किया गया।
    एक और सत्र सिनेमाई आंख से स्त्री में मुंबई से सुष्मिता मुखर्जी से शिरकत की। उन्होंने फि ल्मी दुनिया द्वारा महिलाओं को देखने के नजरिए पर चर्चा की। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महिलाओं को बाजार के दबाव के आगे कई ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं जो एक इंसान के तौर पर वह खुद नहीं चाहतीं। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि अब महिलाओं को स्टीरियो टाइप से देखा जाना बंद कर दिया गया है। संचालन डॉ नीति शास्त्रीए डॉ रेखा लगरखा और डॉ सुनील त्रिवेदी ने किया। अंत में आभार आयोजन सचिव चन्द्र प्रताप सिंह ने किया।