झांसी क्वारनटाइन के 14 दिन बिताने के बाद अपने परिवार से घुली मिली मेधाविनी मोहन लॉकडाउन से एक दिन पहले ही झाँसी आयी थी। दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना को देखते हुये उनके घर वालों ने उन्हें झाँसी आने को कहा लेकिन मेधाविनी ने न कह दिया। जब माता पिता ने बहुत जिद कि तो इस वादे के साथ आने को तैयार हुई कि वह उनसे 14 दिन तक नही मिलेंगे और घर में ही उनको एक अलग जगह दे देंगे, मेधाविनी गुरुग्राम की एक मल्टी नेशनल कंपनी में लिंग्विस्ट हैं। वह बताती है घर न आने के पीछे का कारण था कि कोरोना वायरस का असर बुजुर्ग लोगों पर जल्दी होता है, हालांकि वह कोरोना पीड़ित नही है लेकिन यदि यात्रा के दौरान उनके अंदर कोरोना का वायरस चला गया तो यह उनके परिवार और समाज के लिए अच्छा नही होगा। उनके पिता का हाल ही में ऑपरेशन हुआ है इस कारण उन्होने घर न आने की सोची लेकिन माता पिता की चिंता के कारण सशर्त वह घर आ गयी। 14 दिन तक एक ही कमरे में क्वारनटाइन होने के बाद मेधाविनी के अंदर किसी भी तरह के लक्षण नही देखने को मिले। अब वह अपने परिवार के साथ हंसी खुशी समय व्यतीत कर रही है।
जहां एक ओर लोगों के 14 दिन तक क्वारनटाइन न होने व लॉकडाउन का पालन न करने की ख़बरे आ रही है, ऐसे में अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी को पूरा करते हुये मेधाविनी मोहन ने एक अच्छा उदाहरण पेश किया है।
ऐसे किया समय व्यतीत
बाकी कंपीनियों की तरह मेधाविनी की कंपनी ने घर पर ही कार्य का ऑप्शन दे रखा है, जिसके चलते मेधाविनी 5 दिन तक तो ऑफिस के कार्य में व्यस्त रहती थी बचे शनिवार और रविवार को उन्होने ज़्यादा समय फोन को ही दिया, उनका मानना था कि वह ऐसी कोई भी चीज नहीं छूना चाहती थी जो कोई और भी छू सकता है।
मेधाविनी का मानना था कि उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बहुत ज़्यादा है ऐसे में हो सकता है कि कोरोना वायरस उनका कुछ न बिगाड़ पाये, लेकिन यदि वह कोरोना वायरस के संपर्क में आयी है तो इसका खामियाजा वह अपने माता पिता को नही भुगतने देना चाहती है।
मेधाविनी कहती है कि वह खुश है कि उन्होने इस तरह का कदम उठाया और उसे कड़ाई से पालन भी किया, वह बताती है कि झाँसी स्वास्थ्य विभाग भी बेहतर कार्य कर रहा है, उनकी दिल्ली से वापिसी के तुरंत बाद उनके पास डीएम ऑफिस से फोन आया, साथ ही स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की ओर से उनके घर पर भी भ्रमण किया गया, और उन्हें एहतियात के साथ रहने और किसी भी तरह कि स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत विभाग को संपर्क करने के लिए कहा गया था।
वह बाकी लोगो से भी अपील करती है कि इस आपदा कि घडी में हमे स्वास्थ्य व प्रशाशन विभाग के द्वारा बताये गए नियमो का पूर्ण पालन करना चाहि