झांसी। प्रथम स्वतंत्रता-संग्राम की दीपसिखा वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की झांसी पर जब अंग्रेजों ने हमला किया था तब परकोटे से घिरी पुरानी झांसी में प्रवेश के सभी विशाल द्वार व खिड़कियां बंद कर दी गई थी ताकि हमलावर अंग्रेजों का लश्कर झांसी में प्रवेश नहीं कर सकें और झांसी की जनता सुरक्षित रह सके। झांसी के विशाल दरवाजों में एक लक्ष्मीगेट को भी 1857 के गदर के दौरान बन्द किया गया था। अब जब विश्व में कोरोना वायरस ने हमला किया तो अफरातफरी मच गई है। इससे भारत देश भी अछूता नहीं रहा। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की नगरी झांसी के वाशिंदे सुरक्षित थे, किन्तु आज झांसी के परकोटा के अंदर कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। नगरी के अंदर ओरछागेट मोहल्ले में मिली कोरोना वायरस पीड़ित महिला से अफरातफरी मच गयी है। इसके पीछे एक महिला नहीं अपितु उससे बनी चेन है जिसने शासन के साथ साथ आम जनों को परेशान कर दिया है। हालत को देखते हुए प्रभावित क्षेत्र में आवागमन बंद कर दिया गया है। लोगों को घरों के बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके चलते आज लक्ष्मी गेट को बंद कर दिया गया ताकि कोई बाहरी नगर में प्रवेश नहीं कर सके। जानकारों का कहना है कि गदर के बाद अब यह गेट बंद हुआ है। नयी पीढ़ी ने अपने होशोहवास में पहली बार लक्ष्मी गेट को बंद देखा है।