झांसी। कोरोना वायरस महामारी के चलते सर्वाधिक प्रभावित होने वाले बुजुर्गों की संख्या को देखते हुए रेल प्रशासन ने एक कड़ा निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत रेलवे में कोर प्रयागराज में पुनः सेवा में लिए गए सेवा निवृत्त कर्मचारियों (गजिस्टेड/नान गजिस्टेड) की सेवा 1 मई से समाप्त कर दी गई है। इस सम्बन्ध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। गौरतलब है कि रेलवे द्वारा कर्मचारियों की कमी की कथित भरपाई हेतु रेलवे के सेवा निवृत्त कर्मचारियों को तैनाती का निर्णय लिया गया था। इसके तहत रेलवे में गजिस्टेड नान गजिस्टेड पदों पर बड़ी संख्या में सेवा निवृत्तों ने ज्वायनिंग कर लिया। यह निर्णय कितना कारगर रहा यह तो रेलवे के नीति निर्धारक जानें, किन्तु कोरोना वायरस ने सेवा निवृत्त कर्मचारियों की सेवा पर तुषारापात कर दिया। कोरोना वायरस से बुजुर्गों के ग्रसित होने की संख्या में इजाफा ने रेल प्रशासन को चौकन्ना कर दिया क्योंकि रेलवे में बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त अर्थात 60 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारी काम कर रहे थे। इस पर कोरोना वायरस से रेल कर्मचारियों को बचाने के लिए 60 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों की तैनाती का विरोध शुरू हो गया। इसको देखते हुए बैकफुट पर आये रेल प्रशासन ने 1 मई से कोर प्रयागराज में सेवा निवृत्त कर्मचारियों की तैनाती को समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए। आज इस सम्बन्ध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।