छत्तीसगढ़ की किशोरी ने रेलवे की लीक प्रूफ व्यवस्था की खोली पोल

झांसी। कोरोना लाक डाउन के दौरान विविध क्षेत्रों में फंसे लोगों को अपने अपने गृह जनपद पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा आज से शुरू की गई विशेष ट्रेन के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था की पहले दिन ही एक किशोरी ने पोल खोल कर रख दी। किशोरी सभी व्यवस्थाओं को ठेंगा दिखा कर नई दिल्ली स्टेशन से नई दिल्ली-विलासपुर ट्रेन में यात्रा की। मामला प्रकाश में आने पर सनसनी फ़ैल गई। हालांकि इस किशोरी का ट्रेन में जुर्माना सहित टिकट बना दिए जाने पर उसे झांसी में नहीं उतारा जा सका।

दरसल, पूर्व निर्धारित समय सारणी के तहत नई दिल्ली स्टेशन से सभी सुरक्षा व्यवस्था के तहत उन यात्रियों को ही नई दिल्ली-विलासपुर ट्रेन में सवार कराया गया था जिन्होंने आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ई टिकट पर रिजर्वेशन कराया गया था। गाड़ी अपने निर्धारित समय पर स्टेशन से विलासपुर के लिए रवाना हो गई। गाड़ी जब झांसी की तरफ बढ़ रही थी तभी कोच कण्डक्टर को पता चला कि एक कोच में बिना टिकट एक किशोरी यात्रा कर रही है। इस पर उसके हाथ पैर फूल गये क्योंकि बिना ई टिकट के किसी के ट्रेन करता स्टेशन में ही इन्ट्री नहीं हो सकती थी फिर यह किशोरी चाक चौबंद व्यवस्था को ठेंगा दिखा कर कैसे कोच में सवार हो गयी।

किशोरी से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह मूलतः छत्तीसगढ़ की रहनेवाली है और दिल्ली में पढ़ाई कर रही है। लाक डाउन के दौरान वह दिल्ली में फंसकर रह गई।वह घर जाने के लिए परेशान थी। इसके लिए उसने छत्तीसगढ़ के श्रम विभाग के फोन पर सम्पर्क किया तो उसे बताया गया कि यात्रा के लिए उसका पंजीकरण हो गया है, उसे यात्रा के दिन व गाड़ी के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके बाद उसने जब आज सम्पर्क किया तो बताया गया कि नयी दिल्ली से जाने वाली गाड़ी में सवार हो जाए। इस पर वह सभी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिना किसी रोक-टोक के पहाड़ गंज साइड से स्टेशन में प्रवेश कर गयी। इसकेे बाद वह अपने मोबाइल फोन को दिखाते हुए बिना किसी जांच के कोच में सवार हो गयी।

किशोरी की बात यदि सही है तो यह साबित हो गया है कि रेलवे द्वारा की गई सभी सुरक्षा व व्यवस्था सिर्फ कागजी हैं। किशोरी के बिना टिकट यात्रा करने की जानकारी मिलते ही झांसी रेलवे कण्ट्रोल रूम से झांसी चेकिंग स्टाफ को सतर्क कर कोच को अटेण्ड करने के निर्देश दिए गए। इधर, किशोरी की व्यथा जब अन्य यात्रियों को हुई तो उन्होंने किशोरी के टिकट व जुर्माना की राशि का भुगतान कर दिया गया। इसकी जानकारी लगने पर झांसी कण्ट्रोल रूम से चेकिंग स्टाफ को कार्रवाई नहीं कर ने के निर्देश दिए गए।

20 मिनट पहले आयी ट्रेन

नई दिल्ली से चल कर झांसी विशेष ट्रेन अपने निर्धारित समय से 20 मिनट पहले आ गई थी। गाड़ी को झांसी स्टेशन पर रात 8.55 बजे आना था, किंतु गाड़ी 8.34 बजे ही प्लेटफार्म नंबर तीन पर आ गई थी। गाड़ी झांसी से रात 9 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई।

230 यात्री उतरे, 74 सवार हुए

इस ट्रेन में नयी दिल्ली से 300 यात्रियों को झांसी आना था किंतु झांसी स्टेशन पर उतरे सिर्फ 230 यात्री। इतने अधिक यात्री के ट्रेन में सवार नहीं होने के पीछे आरक्षित टिकट होने के बाद भी इन यात्रियों के सवारी वाहनों के नहीं मिल पाने से स्टेशन नहीं पहुंच पाए। इसके अलावा झांसी स्टेशन से आगे के स्टेशनों पर जाने के लिए 77 ने रिजर्वेशन कराया था, किंतु इसके विपरीत 74 सवारियां ही सवार हुईं। इस गाड़ी में चेकिंग स्टाफ नयी दिल्ली का ड्यूटी करते हुए विलासपुर गया है।