झांसी। आर इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के नेता आरके दुबे का कहना है कि रेल प्रशासन को अब कोरोना का डर नहीं रह गया है। इसलिए तो गार्ड और ड्राइवरों को रनिंग रूम में रुकने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जब कोरोनावायरस के 1000 केस थे तो कहा जाता था कि रनिंग रूम में नहीं रुको, पेटी मत ले जाओ और अब जब एक लाख केस हो गए हैं तो दबाव बनाया जा रहा है कि रनिंग रूम भी रुको और पेटी भी ले जाओ। दुुुबे का आरोप है कि कुछ भी शिकायत करने पर एडी ईई द्वारा कार्यवाही की धमकी दी जा रही है।

उन्होंने आरोप लगाया है कि रेल प्रशासन तो घर में रहकर काम कर रहा है और गार्ड व ड्राइवरों पर दबाव बनाया जा रहा है कि रनिंग रूम में रुको। इससे ऐसा महसूस हो रहा है कि गार्ड और ड्राइवरों की जान की कोई कीमत ही नहीं रह गई है।
दुबे का कहना है कि कुछ लोगों की वजह से समस्त रनिंग स्टाफ को परेशानी हो रही है कुछ रनिंग स्टाफ इसके पहले लॉक टाउन पीरियड में अपनी मर्जी से आगरा और बीना रनिंग रूम में रुक रहा था। जब एडमिनिस्ट्रेशन ने देखा कि कुछ रनिंग स्टाफ रनिंग रूम में रुक रहा है तो फिर सारे लोगों को रोका जाए। कुछ तथाकथित यूनियन के लोगों ने पेटी ना ले जाने का विरोध किया था तो उनको लगातार परेशान किया जा रहा है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अगर kovid 19 अगर किसी को लग गया तो आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि कितने रनिंग स्टाफ और उनके परिवार एक झटके में कोरेंटिन हो जाएंगे। उन्होंने रनिंग स्टाफ से अपील की है कि हालात को देखते हुए कोई भी रनिंग रूम में ना रुके भले ही वह सस्पेंड कर दें। दुबे ने बताया कि अगर रेेल अफसर नहीं मानेंगे तो डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट झांसी को लिखित व व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना भेेेेजते हुए बताया जाएगी कि रेड जोन एरिया में रुकने पर कोबिट 19 की आशंका है।