झांसी। जनपद के थाना बरुआसागर पुलिस को एक व्यापारी के साथ चेकिंग के नाम पर लूट ले दुर्व्यवहार महंगा पड़ा। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी ने कार्रवाई करते हुए एसओ बरुआसागर को लाइन हाजिर कर दिया जबकि अधीनस्थ दो दारोगा और दो सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है।

बताया गया है कि झांसी से सर्राफा व्यापारी योगेश अग्रवाल मऊरानीपुर जा रहे थे. तभी रास्ते में बरुआसागर थाना पुलिस ने उन्हें रोककर चेकिंग के नाम पर दुर्व्यवहार किया। इस मामले की शिकायत व्यापारी ने पुलिस के अधिकारियों से की। शिकायत में लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच आईजी सुभाष सिंह बघेल ने करवाई। इससे पुलिस महकमे में चर्चा का बाजार गर्म हो गया। इधर, जांच में दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों पर आईजी के निर्देश पर एस एस पी ने कार्रवाई कर थाना प्रभारी निरीक्षक दीपक मिश्रा को लाइन हाजिर और सब इंस्पेक्टर राधा विनोद सिंह व अरुण कुमार के अलावा कांस्टेबल शिव कुमार व अजय कुमार को सस्पेंड कर दिया। हालांकि इस कार्रवाई के पहले एसएसपी ने व्यापारियों की बात को मानते हुए कार्यवाई के दौरान जब्त की गई चांदी और कैश बरामद करवा दिया था। दरसल, 5 जून को मऊरानीपुर निवासी योगेश अग्रवाल सर्राफा व्यवसायी कार में सवार होकर झाँसी से मऊरानीपुर जा रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी बरुआसागर थाना क्षेत्र के घुघुवां के पास पहुंची तो वहां चेकिंग कर रहे दारोगा और सिपाहियों ने कार को रोक लिया। कार की तलाशी लेने पर कार के अंदर से तीन किलो चांदी मिली थी। इस दौरान व्यापारियों से चांदी के कागजात मांगे गये लेकिन वह उस समय उन्हें नहीं दिखा पाये। इस कारण पुलिस व्यापारी को पकड़कर थाने ले गई । बाद में कुछ देर बाद व्यापारी को छोड़ दिया गया। इस मामले की जानकारी सर्राफा व्यवसायियों को हुई तो आक्रोश व्याप्त हो गया था।इस संबंध में सर्राफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल से सर्राफा व्यापारी योगेश अग्रवाल ने मुलाकात की और पूरी घटनाक्रम के बारे में अवगत कराया था। 6 जून को मुकेश अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल ने एसएसपी डी प्रदीप कुमार, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव और एसपी देहात राहुल मिठास से मुलाकात की। यह मुलाकात पुलिस लाइन में की गई थी। व्यापारी योगेश अग्रवाल ने पुलिस अफसरों को बताया कि चेंकिंग के दौरान पुलिस ने पहले ही तीन किलो चांदी लूट ली थी। इसके बाद उसे पकड़कर थाने ले गए । यहां पुलिस ने उससे तीन लाख रुपयों की मांग की । काफी देर तक पुलिस से उसकी नोक झोंक हुई और बाद में उसने 85 हजार कैश पुलिस को दे भी दिया। कैश मिलने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया। बाद में जब उसने गाड़ी को चेक किया तो गाड़ी के अंदर से चांदी गायब थी। इस घटनाक्रम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार ने गंभीरता से लिया था। एसएसपी ने बरुआसागर थाना प्रभारी दीपक कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक विनोद सिंह, अरुण कुमार, कांस्टेबल शिवकुमार और अजय कुमार को बुलाया और उन्हें फटकार लगायी। एसएसपी के सख्ती के बाद व्यापारी को तीन किलो चांदी और 85 हजार कैश वापस करवा दिया गया। व्यापारी से बरुआसागर पुलिस ने माफी भी मांगी।सर्राफा व्यापारियों की प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस पर कार्रवाई न होने पर पुलिस महानिरीक्षक सुभाष सिंह बघेल से मुलाकात की। व्यापारी के साथ हुई घटना के बारे में अवगत कराया। इस मामले को आईजी ने गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को बरुआसागर थाना प्रभारी निरीक्षक दीपक मिश्रा को लाइन हाजिर, दो दारोगा, दोनों सिपाहियों को निलंबित करने का आदेश दिया। इस आदेश के तहत एसएसपी ने इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया। जबकि दारोगा और सिपाहियों को निलंबित कर दिया है।