झांसी। बुधवार को अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग विभाग में “अनवाइंडिंग द काम्प्लेक्सिटी आफ कोविड- 19 : एन इनसिलिको अटेम्प्ट” पर एक इण्टरनेशनल वेबीनार का आयोजन हुआ जिसमें बाह्य विद्वान डॉक्टर पार्थसारथी मोहंती साइन्टिस्ट C आई सी एम आर नेशन जालमा रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ लेप्रोसी ऐण्ड अदर माइकोबैक्टीरियल डिजीजेज़, आगरा,तथा डा. तूलिका भारद्वाज, युनिवर्सिटी आफ ईस्टर्न फ़िनलैंड, डिपार्टमेंट आफ इण्टरनल मेडिसिन,कोप्पिओ, फ़िनलैंड थीं ।
कार्यक्रम के समन्वयक तथा मॉडरेटर इंजीनियर ब्रजेन्द्र शुक्ल ने विषय की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोविड-19 की संक्रामकता को ध्यान में रखते हुए इस हेतु ऐण्टी डोट या वैक्सीन पर अनुसंधान तथा निर्माण, एक बहुत बड़ी चुनौती है । इस समय बायोइनफार्रमेटिक्स टूल्स एवं फाइलोजेनेटिक स्टडीज़, मालीक्युलर डाकिंग द्वारा ही, ड्रग डिजाइनिंग पर कार्य हो रहे हैं ।
डीन इंजीनियरिंग प्रोफ़ेसर शिवकुमार कटियार ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों द्वारा वैचारिक आदान-प्रदान तथा निरंतर शोध द्वारा ही सकारात्मक परिणाम सामने आएगा।
प्रथम तकनीकी सत्र में डॉक्टर पार्थसारथी मोहंती ने विषय अत्यंत सहज ढंग से एक्सप्लेन किया तथा एन सी बी आई तथा कुछ साफ्टवेयर के बारे में महत्वपूर्ण सूचनाएँ दीं ।
द्वितीय तकनीकी सत्र में डा. तूलिका भारद्वाज ने विषय की विवेचना करते हुए इस विषय पर शोध के कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को इंगित किया।
लगभग २०० लोगों की वेबिनार में सहभागिता रही।40 मिनट के इंटरएक्टिव सेशन में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को वक्ताओं ने शांत किया यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण बात रही।
आयोजन सचिव डॉ रंजीत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभाग समन्वयक इंजीनियर दिनेश द्विवेदी ने सफल सेमिनार के आयोजन पर सबको बधाई दी , वेबिनार में इंजीनियर मुकुल सक्सेना इंजीनियर महेंद्र प्रताप सिंह , डॉ आनंद कुमार पांडे ,डॉक्टर गौरव श्रीवास्तव श्री बृजेंद्र कश्यप तथा सुश्री पल्लवी पुष्प उपस्थित रहे।