झांसी। एक ओर देश व प्रदेश की सरकार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कर जन-जन के स्वास्थ्य के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है वहीं जिला स्तर पर। ग्रामीण क्षेत्रों में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के ग्रहण से स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली हो रही है। इसका उदाहरण जनपद झांसी की तहसील मोठ ग्राम पंचायत पांडोरी में उप स्वास्थ्य केन्द्र है। दरअसल तीन ग्राम के बासियों के स्वास्थ के देखभाल हेतु उप स्वास्थ्य केंद्र पांडोरी में करीब 10 बर्ष पहले खोला गया था, किंतु वह आज तक जन उपयोगी नहीं बन सका और न ही किसी अधिकारी ने इस पर ध्यान दिया। सरकार किसी भी दल की रही हो, किंतु यह लगातार उपेक्षा का शिकार होता रहा है और यहां के वाशिंदों का स्वास्थ्य भगवान भरोसे है। सूत्रों का कहना है कि यह जबसे खुला हुआ है लेकिन इस स्वास्थ केंद्र में आज तक कोई भी स्वास्थ कर्मी नही आया। ग्राम की जनता जब भी बीमार होती है तो ग्राम से 20 किलोमीटर दूर मोठ में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र अपना इलाज हेतु जाना पड़ता है। ग्राम के गोपाल कृष्ण शर्मा ने बताया कि जब से यह अस्पताल खुला है कभी भी किसी को नही देखा एक दो बार महीना में मोंठ अस्पताल से कोई कर्मचारी किशोरी राजपूत आती है और बिना अस्पताल खोले चली जाती है। अस्पताल के रंगाई पुताई हेतु 5 लाख रुपया आया लेकिन करीब 100 फिट रंगाई करके इतिश्री कर दी।आस पास एवम अस्पताल के अंदर इतनी गंदगी है कि खड़ा रहना मुश्किल है। अंदर लेट्रिन अधूरी बनी है, पंखों पर जाला लगा है। कुल मिलाकर उपेक्षित यह केंद्र स्वयं गहन बीमार है। इसका इलाज कब होगा व कौन करेगा यह सवाल बना हुआ है।