नई दिल्ली (संवाद सूत्र)। रेलवे ने संकेत दिए हैं कि अगस्त से पहले तक नियमित यात्री ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू नहीं किया जाएगा।। भारतीय रेलवे सभी नियमित ट्रेनों के लिए 14 अप्रैल तक बुक की गई सभी टिकटों की पूरी बुकिंग राशि वापस करने का फैसला लिया है। वर्तमान में रेल केवल 230 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को “विशेष ट्रेनों” के रूप में चला रहा है। हालांकि रेल मंत्रालय ने बार-बार कहा है कि किसी भी मांग को पूरा करने के लिए और अधिक ट्रेनों के संचालन की संभावना है।
हाल ही में रेल मंत्रालय ने सभी जोनों को एक सर्कुलर जारी कर 14 अप्रैल को या उससे पहले बुक किए गए सभी टिकटों को रद करने और टिकटों का पूरा रिफंड जेनरेट करने के फैसले की जानकारी दी। रेलवे ने 120 दिनों के लिए टिकटों की अग्रिम बुकिंग की अनुमति दी थी। वर्तमान नियमों के अनुसार, यात्रियों को टिकट रद करने की आवश्यकता नहीं है, अगर रेलवे ट्रेनों को रद करता है और ऑटोमेटिक रिटर्न की प्रक्रिया शुरू होगी। अभी तक रेलवे ने 30 जून तक ही रेल सेवाओं को बंद करे की घोषणा की है। अब लग रहा है ये समय सीमा और बढ़ेगी।
नियमों के अनुसार अधिकतर 120 दिन पहले किसी ट्रेन का टिकट बुक कराया जा सकता है। अब जब रेलवे ने 14 अप्रैल और उससे पहले के सभी टिकटों का रिफंड करने को कहा है, यानी करीब 15 अगस्त से पहले तक की बुक सभी टिकटों के पैसे रिफंड हो जाएंगे। तो फिर माना जा सकता है, क्या रेलवे की ओर से ट्रेनें 15 अगस्त के बाद चलाई जाएंगी?
अंदरखाने में चर्चा है कि रेलवे की तरफ से अभी मांग को पूरा करने के लिए जो अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी, उन्हें भी स्पेशल ट्रेनों की कैटेगरी में रखा जाएगा। बता दें की अभी करीब 230 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, नई ट्रेनें भी इन्हीं के जैसी होंगी।

सोमवार को जारी हुआ ये आदेश– IRCTC के अनुसार, भारतीय रेलवे द्वारा सिस्टम में ट्रेन को रद्द करने के बाद ऑटोमेटिक फुल रिफंड शुरू की जाएगी. इस बीच, भारतीय रेलवे तात्कालिक यात्रा के लिए अपनी 230 IRCTC स्पेशल ट्रेनों को निर्दिष्ट मार्गों पर चलाना जारी रखेगा. कोरोना वायरस या कोविड​​-19 के प्रसार के मद्देनजर, भारतीय रेलवे ने 15 अप्रैल से नियमित ट्रेन सेवाओं के लिए एडवांस रिजर्वेशन को निलंबित कर दिया था. राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन शुरू होने पर, 25 मार्च से राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर की सभी नियमित ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया गया है.

हालांकि 12 मई को लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने IRCTC स्पेशल ट्रेन सर्विस शुरू किया. शुरुआत में, IRCTC की विशेष ट्रेनों में 30 राजधानी- स्टाइल की वातानुकूलित ट्रेनें शामिल थीं. फिर, 1 जून के बाद से नॉन-एसी स्लीपर ट्रेन सेवाओं के साथ-साथ 200 अन्य IRCTC विशेष ट्रेनों का शुभारंभ किया गया।