झांसी। भले ही उमरे के झांसी स्टेशन के निजीकरण का कोई प्रस्ताव नहीं है, किंतु कुुुुछ स्टेशन व ट्रेन के निजी हाथ में सौंपने की तैैारियों का पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य नेे विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेसस जनों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में गैस की बढ़ती कीमत, महंगाई और गिरती हुई अर्थव्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए रेलवे को निजी हाथों में देने का विरोध किया। उन्होंने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की तर्ज पर यह कहते हुए उत्साह का संचार किया कि हम अपनी झांसी का रेलवे स्टेशन नहीं बिकने देंगे।
इस अवसर पर सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि देश में बढ़ती हुई महंगाई और गिरती अर्थव्यवस्था बहुत ही चिंता का विषय है। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा सरकारी उपक्रमों को बेचा जा रहा है जिस तरीके से रेलवे का निजीकरण हो रहा है, वह दिन दूर नहीं जब सरकार के पास संसाधनों के नाम पर कुछ भी नहीं बचेगा। सरकार ने बड़े-बड़े पूंजी पतियों को रेलवे के साथ-साथ रेलवे की पटरी अभी उपयोग के लिए दे दी हैं और आप स्टेशन को भी बेचने की तैयारी है हम झांसी के निवासी हैं जहां पर वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई ने कहा था मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी। उन्होंने कहा कि हम भी अपनी झांसी का रेलवे स्टेशन नहीं बिकने देंगे, जिसके विस्तारीकरण सुंदरीकरण के लिए यूपीए सरकार ने अनेक कार्य किए। एक ओर सरकार की लापरवाही के कारण जनता कोराना महामारी जैसी भयंकर बीमारी से जूझ रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार सभी सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपती जा रही है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनीराम कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने खुद कहा था- मेरा क्या है, मैं तो फकीर हूं, झोला उठाकर चल दूंगा । शायद वह दिन दूर नहीं जब वह सब कुछ निजी हाथों बेच कर जनता को भी फकीर बना देंगे। सरकार की नीतियों के कारण आज पूरे देश का व्यापार ठप है। जो रेलवे हमेशा फायदे में चलता था आज वह भी घाटे में चलता दिखाई दे रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी रेलवे ने सरकार की मदद की और आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किए। इस अवसर पर महिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नीता अग्रवाल, अधिवक्ता अशोक सक्सेना, मुन्नी देवी अहिरवार, अधिवक्ता विवेक बाजपेई, अनिल रिछारिया, सौरभ साहू ने अपने विचार व्यक्त किए। संचालन अमीरचंद आर्य ने किया तथा आभार मीना आर्य ने व्यक्ति किया।