झाँसी। बहिन भाई के पवित्र प्रेम का प्रतीक पावन सावन यानि रक्षा बंधन समूचे बुुंु देेलखंंड क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया हालांकि इस बार अधिकांश बहिन भाईयों के मुंह पर मास्क चढ़े दिखायी दिये, कििंतु परंपरा में कोई कमी नहीं दिखी। भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना मूल भावना के साथ एक वर्ष से प्रतीक्षा कर रही बहिनोों ने 2अगस्त की रात्रि बीतते ही सुबह से पर्व की तैयारी शुरू कर दी भाई के मस्तक को रोली चंदन से तथा कलाई को रंग बिरंगी राखियों से सजाया। भाईयों ने भी बहिनों को गले से लगाते हुए उपहार दिये। इस बार के रक्षाबंधन में दो बड़े परिवर्तन जरूर देखे गये एक यह कि इस बार राष्ट्र बाद भावना के चलते चाइनीज राखियाँ नदारत रहीं दूसरे राखी बांधते समय रूमाल रखने की जगह अधिकांश ने मास्क या रूमाल चेहरे पर बांध रखा था।