झांसी। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा अपने सम्मानित रेल यात्रियों की संरक्षित एवं सुरक्षित रेलयात्रा प्रदान करना सर्वोपरी लक्ष्य है| इस क्रम में रेल यात्रियों को सुरक्षित रेल यात्रा प्रदान करने में उत्तर मध्य रेलवे के रेला सुरक्षा बल का महत्वपूर्ण योगदान है, कोविड-19 की स्थिति के बावजूद भी रेल सुरक्षा बल के कर्मठ कर्मियों द्वारा हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है| इसी क्रम में 2 अगस्त को 21.06 बजे मण्डल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष, झांसी में हेल्पलाईन 182 पर महिला यात्री कृष्ण भण्डारी ने सूचना दिया कि वह गाडी सं0 02181 डाउन में कोच नं0 बी-3 की बर्थ स. 63, 64 पर जबलपुर से नई दिल्ली तक यात्रा कर रही है, उसके साथ 01 वर्ष का बेटा भूखा है, जिसके लिए दूध चाहिए। सूचना पर तुरंत रेल सुरक्षा बल झांसी पोस्ट पर महिला आरक्षी नीरज को बताया गया। गाड़ी के समय 22.35 बजे झांसी आने पर उक्त महिला यात्री को एक लीटर दूध गर्म करवाकर दिया गया। ज्ञात हो कि फोन नंबर 182 एक अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर है, और इस पर आने वाली हर कॉल का तत्परता पूर्वक स्माधान किया जाता है। इसी क्रम में वर्तमान वर्ष 2020 में जून माह तक पहली छमाही के दौरा सुरक्षा हेल्प लाईन न. 182 पर प्राप्त 782 कालों का निस्तारण किया गया|

आरपीएफ सहायक उपनिरीक्षक संतोष कुमार राय व महिला कांस्टेबल गायत्री पासवान रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट नैनी ”स्टेशन एरिया“ के दौरान प्लेटफार्म नंबर 3 पर एक नाबालिग बच्ची मिली, संदेह होने पर उससे पूछताछ की गई| लड़की ने बताया कि घर से नाराज होकर भाग आई। लडकी से उसके पिता का मोबाइल नंबर प्राप्त कर उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया। लड़की के पिता द्वारा फोन अटेंड किया गया, उन्होंने बताया कि लड़की घर से नाराज होकर चली गई है , थोड़ी देर बाद लड़की के पिता रेल सुरक्षा बल पोस्ट नैनी आए लड़की के पहचान करने पर कि यही उसके पिता है, लड़की को समझा-बुझाकर उसके पिता को सौप दिया गया l

223 बालकों एवं 85 बालिकाओं को बचाया

गौरतलब है कि रेल सुरक्षा बल द्वारा माह जनवरी से जून 2020 तक 223 बालकों एवं 85 बालिकाओं को बचाया गय| यात्रियों के भूले/छूटे हुये 100 सामानों तथा 186827 रु सम्बंधित यात्रियों को वापस किया गया| इन कार्यों के अतिरिक्त कोविड-19 के दौरान 30644 जरूरतमंद लोगों को खाना व पानी का वितरण, रेल सुरक्षा बल के परिवार जनों द्वारा निर्मित 4596 मास्कों का जारूरतमंदों में वितरण रेल सुरक्षा बल के मानवीय पहलुओं को भी दर्शाता है|