झांसी। उमरे के झांसी मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर द्वारा webex के माध्यम से रेल मंडल की माह अगस्त की उपलब्धियां, नवीन परियोजनाओं एवं प्रगतिशील कार्यों की जानकारी पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से साझा की I
मंडल रेल प्रबंधक मंडल ने बताया कि अब मंडल में दो अपर मंडल रेल प्रबंधक हैं, जिनसे इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा ऑपरेशन सम्बंधित कार्यों की और बेहतर रूप से मोनिटरिंग हो सकेगी I उन्होंने झाँसी–कानपुर खंड पर दोहरीकरण, बीना-धौलपुर खंड पर तीसरी लाइन तथा महोबा-खजुराहो खंड के विद्युतीकरण के बारे में बताया I मंडल रेल प्रबंधक ने बताया झाँसी से कानपुर खंड का दोहरीकरण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य दिसम्बर रखा गया है I मार्च 2021 तक झाँसी-कानपुर खंड पर नंद्खास-परौना खंड, भुआ-उरई-ससौकी तथा, चौरांह- पुखराया–मलासा का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा I रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा इस कार्य को तेजी से किया जा रहा है, इस खंड पर चिरगाव और नंद्खास स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, गढ़मऊ, पारीछा, मोंठ स्टेशन पर इसी वर्ष माह दिसम्बर तक फुट ओवर ब्रिज का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा I इसी खंड में अन्य 04 स्टेशनों पर भी मार्च 21 तक फुट ओवर ब्रिज निर्माण कार्य पूर्ण किये जाने का लक्ष्य तय किया गया है I उन्होंने बताया इटावा-ग्वालियर खंड के विद्युतीकरण का कार्य भी मार्च-21 तक पूर्ण कर लिया जाएगा I
उन्होंने आगे बताया की मंडल द्वारा रानीपुर रोड तथा रोरा पर नवीनतम तक्नीकी युक्त इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का अधिकतर कार्य लॉकडाउन अवधि में ही पूर्ण कर लिया गया था, जिसको अंतिम रूप माह जुलाई-अगस्त में दिया गयाI उन्होंने बताया की झाँसी-प्रयागराज खंड में केवल मऊरानीपुर ही एक मात्र स्टेशन रह गया है, जिसमें वर्तमान में मैकेनिकल इंटरलॉकिंग प्रणाली पर कार्य किया जा रहा है, इसी वर्ष माह अक्टूबर में मऊरानीपुर स्टेशन को भी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग युक्त कर दिया जायेगा तदुपरांत पूरे झाँसी-प्रयागराज खंड पर बिना किसी रुकावट के सभी गाड़ियाँ 110 किमी की गति से संचालित की जा सकेंगी I इसके अतिरिक्त श्री माथुर ने बताया कि मंडल द्वारा झाँसी-बीना खंड पर तीसरी लाइन की पहली इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग के संस्थापन का कार्य बिजौली स्टेशन पर पूर्ण कर लिया गया है I तत्पश्चात खजराहा एवं माह अक्टूबर तक बबीना स्टेशन पर तीसरी लाइन की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य पूर्ण लिया जायेगा I नवम्बर–दिसम्बर में CRS की अनुमोदन के उपरान्त झाँसी-बबीना 25 किमी खंड पर तीसरी लाइन प्रारंभ होने की संभावना है, जिससे रेल संचालन और सुगम हो सकेगा I
श्री माथुर ने बताया की बबीना से ललितपुर के मध्य दो बड़े पुलों पर कार्य चल रहा है. इनके पूर्ण होते ही झाँसी-ललितपुर खंड पर तीसरी लाइन सम्बंधित मूल कार्य लगभग पूर्ण हो जायेंगे I
माल गाड़ियों की रफ़्तार को औसत गति को दोगुना कर दिया गया है I इसके साथ-साथ मिशन रफ़्तार के अंतर्गत मंडल के बीना-झाँसी-धौलपुर खंड पर अब 130 किमी की अधिकतम गति से ट्रेन का संचालन किया जा रहा है I उन्हौने अतिरिक्त सूचना देते हुए बताया कि दिनांक 12 सितम्बर से पूर्व में संचालित ट्रेनों के अतिरिक्त 40 जोड़ी ट्रेनों का संचालन किया जायेगा। जिनमें से 05 जोड़ी अतिरिक्त विशेष गाड़ियां झांसी मंडल से गुजरेगी/ प्रारंभ होंगी। सभी रेलगाड़ियां पूर्णत: आरक्षित ट्रेन होंगी। जो की निम्न है :
1. 01107 ग्वालियर – मडुवाडीह बुन्देलखंड एक्सप्रेस
2. 01108 मडुवाडीह – ग्वालियर बुन्देलखंड एक्सप्रेस
3. 01841 खजुराहो – कुरूक्षेत्र एक्सप्रेस
4. 01842 कुरूक्षेत्र – खजुराहो एक्सप्रेस
5. 02591 गोरखपुर – यशवंतपुर एक्सप्रेस
6. 02592 यशवंतपुर – गोरखपुर एक्सप्रेस
7. 02627 बेंगलुरु – नई दिल्ली एक्सप्रेस
8. 02628 नई दिल्ली – बेंगलुरु एक्सप्रेस
9. 02615 चेन्नई – नई दिल्ली एक्सप्रेस
10. 02616 नई दिल्ली – चेन्नई एक्सप्रेस
इसके अतिरिक्त दिनांक 03 सितम्बर से 04 जोड़ी परीक्षा स्पेशल ट्रेन झाँसी-इटावा, झाँसी लखनऊ, कानपूर से चित्रकूट (वाया बांदा) तथा कानपूर से चित्रकूट (वाया फतेहपुर, मानिकपुर) भी संचालित की जा रही हैं I
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि भारतीय रेल माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर काम कर रही है। इसे प्राप्त करने के लिए भारतीय रेल गैर थोक वस्तुओं के परिवहन में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के साथ-साथ कोयला, पीओएल, स्टील, सीमेंट, लौह अयस्क, खाद्यान्न, उर्वरक जैसी पारंपरिक वस्तुओं की ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिये प्रयास कर रही है। नान बल्क या ग़ैर थोक सामग्रियां मुख्यतः सड़क मार्ग से परिवहित होती है और इस वृहद क्षेत्र में रेलवे के लिए बड़ा अवसर है जिसे एक उपयुक्त व्यवसायिक मॉडल को अपनाकर अपने पक्ष में किया जा सकता है। मंडल के विभिन्न स्थानों से बलास्ट की लोडिंग की जाती है इस हेतु सड़क परिवहन का बहुतायत उपयोग किया जाता है इसको रेलवे के द्वारा करने हेतु मंडल निरंतर प्रयासरत है. रेल के माध्यम से इन वस्तुओं का परिवहन न केवल सस्ता होगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा।
माह अगस्त में ही मंडल के रायरू माल गोदाम से बंगलादेश के लिए O2 रैक लोड किये गए हैं, जिससे मंडल को 1.8 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है I मंडल के द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयासों से कोविड के दौरान हुई लदान में कमी को पूर्ण किया जा रहा है तथा पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन हेतु मंडल आगे बढ़ रहा है I माल गोदामों के विकास हेतु प्रथम चरण में रायरू, दतिया तथा भीमसेन माल गोदाम को चिन्हित किया गया है, इन माल गोदाम में उजाले का स्तर बढाने, पीने के पानी की उचित व्यवस्था तथा साज सज्जा किया गया मर्चेंट रूम की व्यवस्था की जा रही है I इसके अतिरिक्त टीकमगढ़ स्टेशन को लदान हेतू खोले जाने पर भी विचार किया जा रहा है I इस दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक अमित सेंगर तथा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक नवीन दीक्षित उपस्थित रहे I