मंडल में 654 स्कूल हैं जहां एकल अध्यापक तैनात हैं शिक्षण कार्य प्रभावित न हो, शिक्षक की समुचित व्यवस्था किए जाने के निर्देश

ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों को 14 मूलभूत सुविधाओं से 30 सितंबर तक संतृप्त किया जाए

विद्यालयों में पुराने निर्माण (कक्षा-शौचालय) को ध्वस्त किया जाए, यदि कोई हादसा होता है तो जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित होगी

झांसी। मंडलायुक्त श्री सुभाष चंद्र शर्मा ने मंडलीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए ऑपरेशन कायाकल्प, प्रेरणा एप, दीक्षा एप, पुस्तकालय की स्थापना, निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, यूनिफार्म वितरण एवं एआरपी चयन की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यो पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सभी परिषदीय विद्यालयों में 14 मूलभूत सुविधाएं जिसमें शुद्ध पेयजल, बालक /बालिकाओं के शौचालय, दिव्यांग शौचालय, मल्टीपल हैंड वॉशिंग यूनिट, कक्षा का टाइलीकरण शामिल है, सभी से संतृप्त किया जाना है। प्रगति संतोषजनक नहीं है। ऑपरेशन कायाकल्प में जनपद झांसी में 3 विद्यालयों में दिव्यांग सुलभ शौचालय, 206 मल्टीपल हैंड वॉश यूनिट और मात्र 500 विद्यालयों में टाइलीकरण का कार्य हुआ है। जनपद में टाइलीकरण का कार्य असंतोषजनक है, इसमें सुधार लाया जाए। जनपद के मात्र 3 विद्यालय 14 पैरामीटर्स से संतृप्त है।जनपद जालौन में ऑपरेशन कायाकल्प की समीक्षा से स्पष्ट है कि 102 विद्यालयों में दिव्यांग सुलभ शौचालय, 196 विद्यालयों में मल्टीपल हैण्डवाश यूनिट और मात्र 748 विद्यालयों में टाइलीकरण का कार्य हुआ है। जनपद में कोई भी स्कूल 14 पैरामीटर्स से संतृप्त नहीं पाया गया। जनपद ललितपुर में 50 विद्यालयों में दिव्यांग सुलभ शौचालय, 296 विद्यालयों में मल्टीपल हैंडवाश यूनिट और 682 विद्यालयों में टाइलीकरण का कार्य कराया गया। जनपद ललितपुर में भी 14 पैरामीटर्स से कोई स्कूल संतृप्त नहीं पाया गया।

मंडलायुक्त ने ऑपरेशन कायाकल्प के कार्यों पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बीईओ और बीडीओ आपसी तालमेल बनाकर कार्य करें, साथ ही बीएसए अपने सीडीओ/ डीपीआरओ को स्कूल में कमियों की जानकारी दें ताकि कामों को कराया जा सके। उन्होंने विद्यालयों में पुराने निर्माण को ध्वस्त किए जाने के निर्देश दिए देते हुए कहा कि यदि कोई हादसा होता है तो जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

मंडलायुक्त ने परिषदीय विद्यालयों में पुस्तकालय की स्थापना की समीक्षा करते हुए कहा कि इसका संचालन सही ढंग से हो। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय के लिए ₹5000 तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए ₹10000 की धनराशि से नेशनल बुक ट्रस्ट की पुस्तकें क्रय की जानी है। उक्त धनराशि विद्यालय की प्रबंध समिति के खाते में प्रेषित कर दी गई है।उन्होंने कहा कि धनराशि से पुस्तक क्रय करते हुए बच्चों को पढ़ने हेतु अवश्य उपलब्ध कराएं, उन्हें बक्से में बंद ना रखें।

मंडलीय टास्क फोर्स बैठक में मंडलायुक्त ने राज्य परियोजना कार्यालय के निर्देशानुसार प्रत्येक तिमाही के बाद छात्र-छात्राओं के मूल्यांकन के लिए कराई गई परीक्षा और उसके परिणाम की समीक्षा करते हुए कहा कि बच्चों को अक्षर ज्ञान कराएं। जैसे ही स्कूल खुले कक्षा 3 के बच्चों को विशेष रुप से अक्षर ज्ञान कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अध्यापकों को मोटिवेट करने का सुझाव दिया ताकि विद्यालय में शिक्षा स्तर में सुधार आ सके। अध्यापक स्वयं प्रेरित होकर लक्ष्य निर्धारित करें और उस लक्ष्य की पूर्ति करे।

बैठक में जिलास्तरीय/ विकासखंड स्तरीय टास्क फोर्स द्वारा प्रेरणा ऐप के माध्यम से विद्यालय निरीक्षण की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने जालौन में 268, झांसी 224 तथा ललितपुर 172 एकल अध्यापक तैनात स्कूलों में शैक्षिक कार्य प्रभावित ना हो। तत्काल शिक्षक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि मंडल में ऐसे विद्यालय जहां मात्र शिक्षामित्र ही हैं वहां भी अध्यापक की वैकल्पिक व्यवस्था करें ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित ना हो। उन्होंने जनपद जालौन में मात्र 52 विद्यालय निरीक्षण पर नाराजगी व्यक्त की और अधिक संख्या में स्कूलों के निरीक्षण करने के निर्देश दिए। निशुल्क यूनिफार्म वितरण की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि यूनिफॉर्म कपड़ा खरीद में घोटाला ना हो। उसके लिए ग्राम पंचायतों को सुविधा दें ताकि वह स्वयं कपड़ा खरीद कर समूह से यूनिफॉर्म बनवाएं। उन्होंने कहा कि समूह से यूनिफॉर्म से ही बनवाई जाए।

बैठक में एमडीएम, निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, बच्चो के चिन्हीकरण एवं नामांकन (शारदा पोर्टल), दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण एवं नामांकन (समर्थ एप), एआरपी की नियुक्ति की समीक्षा गई। इस अवसर पर अपर आयुक्त प्रशासन श्री आरपी मिश्रा, जेडीसी श्री चंद्रशेखर शुक्ला, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक श्री जी एस राजपूत, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी श्री श्रवण कुमार गुप्ता, उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण डॉक्टर दीपक शुक्ला, एडी हेल्थ डॉक्टर वीके सिन्हा सहित समस्त बीएसए उपस्थित रहे।