रेलवे बोर्ड के तानाशाही ,अमानवीय नाईट ड्यूटी भत्ता सीलिंग लिमिट और रिकवरी आदेश RBE 83/2020 के विरोध में,देश भर के 35000 स्टेशन मास्टर्स ,आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के आहवाहन पर शनिवार को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक आन ड्यूटी भूखे रह कर ट्रेन संचालन कर रहे हैैं। बताया गया है कि जो अनुशाषित संवर्ग स्टेशन मास्टर्स संरक्षा पूर्वक रात्रि में जाग कर अपनी ड्यूटी निभाते है उनके साथ ऐसा व्यवहार रेल प्रशासन द्वारा संरक्षा के साथ खिलवाड़ है ,प्रकृति के खिलाफ रात भर जाग कर ड्यूटी करना अपने व अपने परिवार के स्वास्थ्य को प्रभाभित करते हुए इसके कारण गंभीर बीमारियों का शिकार होते है इसके एवज में महज कुछ रुपयों का रात्रि ड्यूटी भत्ता मिलता है जिसे भी बंद करना और 1 जुलाई 2017 से प्रदान किये हुए रात्रि ड्यूटी भत्ता की कटौती रिकवरी करने का आदेश अत्यंत अन्याय पूर्ण ,एवम अमानवीय है और इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम होगी ।महज कुछ करोड़ राजस्व की खातिर संरक्षा केटेगरी के कर्मचारियों के रात्रि ड्यूटी भत्ता को रोकना निहायत ही तानाशाही और बर्बरता पूर्वक आदेश है।इस आदेश को रेलवे बोर्ड को वापस लेना ही होगा अन्यथा इससे भी बड़ा और आंदोलन होगा रात्रि ड्यूटी भत्ता नही तो रात्रि में ड्यूटी नही की जाएगी। क्या रेलवे रात्रि में रेलगाड़ियां चलाना बंद कर सकता है अगर ऐसा है तो हमें भी सोमवार से शुक्रवार तक 10 से 6 बजे तक कार्य कराया जाए साथ ही शनिवार रविवार का सफ्ताहिक अवकाश दिया जाए जैसा अन्य मिनिस्ट्रियल स्टाफ को दिया जाता है।

गौरतलब है कि आइस्मा द्वारा रेलबोर्ड के इस आदेश के विरोध में अपना आंदोलन 4 चरणों में 7 अक्टूबर से प्रारम्भ किया हुआ है। पहले चरण में सभी रेलवे बोर्ड अधिकारियों को ई मेल किया गया, दूसरे चरण में 15 अक्टूबर को सभी स्टेशनों पर मोमबत्ती जला कर सांकेतिक विरोध किया गया, तीसरे चरण में 20 से 26 अक्टूबर तक सभी स्टेशन मास्टर्स द्वारा काला फीता लगा कर ड्यूटी की गई । आज इस आंदोलन के चौथे चरण में समस्त भारतीय रेल के स्टेशन मास्टर्स 12 घंटे की भूख हडताल पर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक करते हुए अपनी अपनी ड्यूटी ,ट्रैन संचालन कर रहे है साथ ही सभी आफ ड्यूटी स्टेशन मास्टर्स भी इनके समर्थन में उपवास पर है।
आज झांसी मंडल में भी ए एन तिवारी केंद्रीय उपाध्यक्ष व अजय दुबे मंडल सचिव के नेतृत्व में समस्त झांसी मंडल के 115 स्टेशनों पर 550 स्टेशन मास्टर्स द्वारा आन ड्यूटी आफ ड्यूटी रह कर 12 घण्टे का सामूहिक उपवास भूख हड़ताल की जा रही है । झांसी स्टेशन, आर आर आई, डाउन यार्ड, ई आई केविन सभी जगह एके गुबरेले , राजेन्द्र अनुरागी, राम कुमार द्विवेदी ,एस के सिंह, पी के अग्रवाल ,मनोज मिश्रा , पी के गुबरेले ,अजय दीक्षित ,एस पी तिवारी, गरिमा तिवारी, प्रियंका श्रीवास्तव ,राजकुमारी, राजू वर्मा, अशोक गुप्ता ,बृजेश पाठक, राम सिंह यादव ,श्याम श्रीवास्तब, संजीव दुबे, अनिल अग्निहोत्री, ओ पी सूर्यवंशी, ए यू काजी ,एस के अवस्थी, एस के शर्मा, विजय सक्सेना , नीरज सेन, सहित 50 से अधिक स्टेशन मास्टर्स आन ड्यूटी भूखे रह कार्य कर रहे हैं । ग्वालियर के मंडल अध्यक्ष राजवीर खुराना के नेतृत्व में करारी से मुरैना ग्वालियर नेरोगेज में राजेश मीना कार्यकारी अध्यक्ष ,एस के मोदी , जी एस राठौर, पी एस सेंगर ,निशीथ माथुर के साथ साथी ,कानपुर खंड में राजेश नामदेव एवं पंकज त्रिपाठी ,एस पी सिंह कुशवाहा ,मंडल उपाध्यक्ष के साथ कुमार अंशुल, ए पी वर्मा ,झांसी बाँदा मानिकपुर खण्ड में एस एस परिहार जोनल अध्यक्ष एवं श्री पी के सिंह जोनल कोषाध्यक्ष के नेतृत्व में शिव कटियार पी ए नायक पी के शर्मा ,आनंद, फिरोज खान ,फराज खान ,राजेश यादव, विनोद मिश्रा ,मुकेश द्विवेदी, एस के सुहाने , कुंदन कुमार ,झांसी ललितपुर बीना टीकमगढ़ खजुराहो छतरपुर में जगभान ,जगत सिंह, श्रेयांश जैन ,डी के श्रीवास्तव, आयुष श्रीवास्तब, राजकुमार, मान सिंह मीणा , चरण सिंह मीणा, सुभाष कुमार सहित सभी स्टेशन मास्टर्स एकजुटता से आज भूख हड़ताल पर डटे हुए है।
अजय दुबे मंडल सचिव आइस्मा झांसी ने बताया कि चेतावनी दी गई है कि यदि इस अन्याय पूर्ण आदेश को वापस नही लिया गया तो इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा और इस आंदोलन से आप जन मानस रेल यात्री को होने वाली परेशानी के लिए रेल प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा।