झांसी। भानू सहाय अध्यक्ष बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती का बुन्देलखंड राज्य निर्माण पर पुनः गुमराह करने वाला ब्यान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डॉ. महेन्द्र पाल को शोक संवेदना व्यक्त करने जनपद हमीरपुर पहुंची उमा भारती ने बुन्देलखंड राज्य निर्माण के बावत पूछे गये प्रश्न के उत्तर में यह कहना कि बुन्देलखंड राज्य निर्माण के लिए पहले उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की विधान सभा सर्व सम्मति से राज्य निर्माण का प्रस्ताव भेजे उसके बाद केंद्र कार्य करेगा।
भानु ने कहा कि 3 साल में राज्य निर्माण का वादा कर पलायन कर चुकी उमा भारती को यह जानना चाहिए कि तेलंगाना बनाये जाने के समय आंध्र प्रदेश की विधानसभा ने प्रस्ताव पारित करा कर केंद्र सरकार को भेज था कि आंध्रप्रदेश की विधानसभा प्रदेश के बटवारे का विरोध करती है। उसके बाद भी केंद्र सरकार ने आंध्रप्रदेश के बटवारा कर तेलंगाना बना दिया।
यह जानकारी होना चाहिए कि संविधान के अनुच्छेद 3 के अंतर्गत देश के भूभाग में परिवर्तन करने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है। प्रदेश सरकार से राय शुमारी की जाती है। प्रदेश सरकार की *हाँ या ना* का कोई खास मतलब नही होना है। क्योकि राज्य तो संसद से बनता है।
उमाजी के बस का कुछ है नही इसलिए वे गुमराह करती रहती है।