किसान सियासत नहीं समाधान चाहता है -विदुआ
झांसी। दिल्ली किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान महासंघ एवं किसान समन्वय समिति से हुई वार्ता व केंद्र सरकार से किसानों की वार्ता विफल होने से आक्रोशित बुंदेलखंड के किसानों ने दिल्ली कूच की घोषणा कर धरना स्थल खाली कर दिया। इस तरह से महानगर में 3 दिन से चल रहा धरना समाप्त हो गया।
गौरतलब है कि किसान रक्षा पार्टी के बैनर तले दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में महानगर के गांधी उद्यान में धरना प्रारंभ किया गया था। 3 दिसंबर को किसानों व सरकार के बीच हुई वार्ता में निष्कर्ष ना निकलने पर बुंदेलखंड के किसानों में आक्रोश पनपने लगा। किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरीशंकर विदुआ ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान महासंघ व किसान समन्वय समिति के पदाधिकारियों से वार्ता की । इसके बाद अगला कदम दिल्ली कूच की घोषणा के बाद बुंदेलखंड के आंदोलनकारी किसानों ने धरना स्थल छोड़ दिया। दिल्ली में मजदूरी कर रहे बुंदेलखंड के किसान मजदूर नेता बुंदेलखंड मजदूर संगठन के अध्यक्ष देवेश कुशवाहा विजना ने आश्वासन दिया कि दिल्ली में आने वाले बुंदेलखंड के किसानों को रुकने का स्थान व भोजन की व्यवस्था उनके संगठन द्वारा की जाएगी। धरना स्थल पहुंचे जन सूचना अधिकार मंच के अध्यक्ष मुदित चिरवारिया , कोषाध्यक्ष राजेश तिवारी, संगठन मंत्री अनिल बख्शी, महानगर उपाध्यक्ष मुन्नालाल मिश्रा ने किसानों की मांगों को जायज बताया। वहीं कांग्रेसी नेता प्रिंस कटिहार, समाजसेवी राहुल विश्वकर्मा ने किसानों का हाल जाना व उन्हें सहयोग दिया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रामजी सिंह जादौन, मुन्ना लाल चौधरी ,अरविंद पटेल, पप्पू पाल, राम भजन, रामेश्वर ,आसाराम, हरबंस ,मनीराम ,रूपचंद ,दुर्गा प्रसाद, कल्लू ,रजिया बाई, भगवती देवी, मीरा देवी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।