– छात्रावास शुल्क, बेक पेपर की तिथि, एवं दो बार रजिस्ट्रेशन की समस्यायों का किया उल्लेख
झांसी। अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद् द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष छात्रों की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया एवं सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों से ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार के रजिस्ट्रेशन के नाम पर अतिरिक्त ₹100 की वसूली की जा रही है जो कि छात्रों का आर्थिक शोषण है बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की वेबसाइट से स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की संख्या 357 है. कुल अध्ययनरत छात्रों की संख्या लगभग ढाई लाख और विश्वविद्यालय परिसर में लगभग 10000 छात्र हैं. अतः इस पंजीकरण प्रारूप के माध्यम से प्रशासन द्वारा करोड़ों का घपला हुआ है विद्यार्थी परिषद उक्त शुल्क को वापस किए जाने की मांग करता है. इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद की जयंती को देखते हुए परिसर में अवस्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का सौंदर्यीकरण एवं भगवा रंग अति शीघ्र किया जाना चाहिए. बैक पेपर और परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि को बिना विलंब शुल्क 30 दिसंबर तक बढ़ाया जाए. छात्रावास में नवागंतुक छात्र छात्राओं से जुलाई नवंबर माह का शुल्क लिया गया है जो अमानवीय और अवैध है. विद्यार्थी परिषद इसे वापस किए जाने की मांग करता है. विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों के शुल्क में से सुविधा शुल्क हटाया जाए और उसे वापस किया जाए. कृषि विज्ञान संस्थान में राष्ट्रीय सेवा योजना/ शारीरिक शिक्षा में विषय परिवर्तन हेतु ₹1000 की वसूली की जा रही है. विद्यार्थी परिषद यह मांग करती है कि कृषि विभाग के विभागाध्यक्ष से इस संदर्भ में जवाब लेकर अवगत कराए. संचालित कक्षाओं में कोविड-19 का अनुपालन सुनिश्चित कराएं क्योंकि कहीं भी ऐसा होता प्रतीत नहीं हो रहा है. उक्त मांगों का यथाशीघ्र निपटारा ना होने पर 7 दिन बाद विद्यार्थी परिषद प्रदर्शन को बाध्य होगी और इसका पूर्ण दायित्व विश्वविद्यालय प्रशासन का होगा. इस अवसर प्रदेश कार्यकारणी सदस्य आशुतोष मिश्रा, अखिल उत्तम पटेल, आशि पाण्डेय, शिवम् सिंह, आदित्य यादव, शौर्य प्रताप, ऋषि मिश्र, दीपक प्रजापति, अनुज दांगी, आशुतोष एवं यशराज श्रृंगीऋषि के साथ अभाविप के अनेक कार्यकर्ता उपस्तिथ रहे।













