चीनी कंपनी ने झांसी के उद्यमी पर ट्रेडमार्क कॉपी करने का आरोप लगा कर दिया नोटिस

झांसी। भारत में चीन के उत्पादों व चीनी कंपनियों के विरोध व बहिष्कार के चलते बीजिंग चीन की एक कंपनी द्वारा भारत में ‘योग’ नाम को पेटेंट करा लेने व इस कंपनी द्वारा योग नाम से मिलते जुलते नाम को पेटेंट कराने पर अन्य भारतीय कंपनी को नोटिस देने से व्यापार जगत में हंगामा मच गया हैै। उप्र व्यापार मंडल झांसी ने देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कैट के माध्यम से भारतीय योग नाम को पेटेंट कराने पर इस चीनी कंपनी के खिलाफ वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की नगरी झांसी से विगुल फूंक दिया है।

दरअसल, बीजिंग चीन की एक कंपनी द्वारा योग नाम से मिलते जुलते नाम को पेटेंट कराने पर बुंदेलखंड के जनपद झांसी के उद्यमी संतोष सूरी की कंपनी ‘योग्या’ इंटरप्राइजेज को नोटिस भेज कर उसके ट्रेडमार्क योग से मिलते जुलते ट्रेडमार्क के उपयोग का आरोप लगाते हुए इंटरनेशनल कोर्ट में कार्रवाई की चेतावनी दी है। इस नोटिस के विरोध में उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल ने बुधवार को झांसी में प्रेस कांफ्रेंस कर भारत सरकार से चीनी कंपनी के इस पेटेंट को रद्द करने की मांग के साथ ही विदेशी कंपनियों को भारत में किसी भी तरह का पेटेंट नहीं देने की मांग की।

उप्र व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय पटवारी ने बताया कि 28 सितंबर 2012 को बीजिंग चीन की एक कंपनी को भारतीय संस्कृति से जुड़े योग के नाम से भारत सरकार की व्यापार चिह्न रजिस्ट्री ऑफ मुंबई ने पेटेंट दे दिया। अब यह कंपनी मिलते जुलते नामों वाली भारतीय कंपनी को नोटिस देकर आपत्ति कर रही है। इसी क्रम में झांसी की एक कंपनी योग्या इंटरप्राइजेज को नोटिस दिया गया है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि तत्काल इस तरह की विदेशी कम्पनियों के पेटेंट रद्द होने चाहिए। योग्या कंपनी के डायरेक्टर संतोष सूरी ने बताया कि उनकी कंपनी लगभग तीस साल से एमएसएमई में रजिस्टर्ड है और विश्व के 16 देशों में अपना व्यापार कर रही है। यदि विदेशी कंपनी का यही हाल रहा तो देश में योग नाम का इस्तेमाल करने में भी संशय बना रहेगा।       संजय पटवारी ने बताया कि चीन की कंपनी के विरोध में अभी बुंदेलखंड में आंदोलन शुरू किया है और बहुत जल्द दिल्ली में आंदोलन करने जा रहे हैं। इसकी लड़ाई कैट के माध्यम से लड़ी जाएगी। व्यापार मंडल ने निर्णय लिया है कि इसके विरोध में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मांग की जाएगी कि तत्काल लेनोवा कंपनी कि योग नाम का पेटेंट रद्द किया जाए व भविष्य में किसी भी विदेशी कंपनी को भारतीय संस्कृति व धार्मिक आस्था के नाम का पेटेंट नहीं दिया जाए। 2 फरवरी को संगठन द्वारा चीनी कंपनी का पुतला दहन किया जाएगा व इसकी लड़ाई राष्ट्रीय स्तर पर लड़ी जाएगी। सरकार जब तक इस पेटेंट को रद्द नहीं करती, हमारा विरोध जारी रहेगा। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद मिश्रा, जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दांगी, नगर अध्यक्ष पंकज शुक्ला, प्रशांत सूरी आदि उपस्थित रहे।