गलत ट्रेन में बैठे इंजीनियर को चैन पुलिंग कर उतरना महंगा पड़ा 

झांसी। शनिवार सुबह लापरवाही सेे एक इंंजीनियर ने  हमेशा के लिए उसने अपने पैर खो दिए। इंजीनियर को हैदराबाद जाना था पर वह दिल्ली जाने वाली गाड़ी में सवार हो गया। जब गलती का अहसास हुआ तो चेन खींचकर चलती ट्रेन से उतरने के दौरान वह ट्रेन की चपेट में आ गया। घटना ग्वालियर- मुरैना स्टेशन के बीच की है।

बताया गया है कि भिंड निवासी इंजीनियर कप्तान (35) सिंह पुत्र उदयवीर सिंह हैदराबाद की IT कंपनी में काम करता है। वह छुट्‌टी पर घर आया था और शनिवार को सुबह उसे सदन एक्सप्रेस में ग्वालियर से हैदराबाद जाना था। वह सुबह सामान लेकर भिंड से ग्वालियर स्टेशन पहुंच गया। गलती से यहां वह प्लेटफाॅर्म नंबर दो पर पहुंच गया। यहां प्लेटफाॅर्म पर आई एमपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को वह सदर्न एक्सप्रेस समझकर उसमें सवार हो गया।

ट्रेन में बैठने के बाद उसे जैसे ही पता चला कि वह गलत ट्रेन में सवार हो गया है। इस पर उसने 03.48 बजे रायरू स्टेशन गुजरने के बाद चेन पुलिंग कर दी। इस बीच ट्रेन पूरी तरह रुकी भी नहीं थी कि वह कूद गया। किलोमीटर संख्या 1232/08-10 पर वह ट्रेन के पहिए के बीच में फंस गया। गंभीर हालत में उसे मुरैना ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस की मदद से ग्वालियर ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है।

इस घटनाक्रम में कप्तान सिंह के पैर बुरी तरह कुचल गए। ट्रॉमा सेंटर में जान बचाने के लिए डॉक्टराें ने कप्तान सिंह के दोनों पैर काट दिए। डॉक्टरों के मुताबिक पैर बुरी तरह फट चुके थे। मसल्स फटने पर शरीर में जहर फैलने की संभावना थी, जिस कारण पैर काटने पड़े। सूचना मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे गए।

गौरतलब है कि सदर्न एक्सप्रेस और एमपी संपर्क क्रांति का ग्वालियर आने का समय अलसुबह 4 से 4.15 के बीच है। दिल्ली जाने वाली गाड़ी प्लेटफाॅर्म नंबर दो पर आती है, वहीं हैदराबाद जाने वाली ट्रेन प्लेटफाॅर्म नंबर 1 पर आती है। अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वह कप्तान सिंह कैसे प्लेटफाॅर्म नंबर 2 पर पहुंच गया।