झांसी। महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे  विनय कुमार त्रिपाठी ने उत्तर मध्य रेलवे पर संरक्षा, आधारभूत संरचना के विकास, प्रणालीगत सुधार और मानव संसाधन विकास संबंधी स्थिति की समीक्षा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में अपर महाप्रबंधक रंजन यादव, उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय के प्रमुख विभागाध्यक्ष, प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक व डिवीजन और मुख्यालय के अन्य अधिकारी शामिल थे।

बैठक में सर्वप्रथम, ट्रेन संचालन में संरक्षा की समीक्षा की गई। बैठक में महत्वपूर्ण संरक्षा विषयों जैसे कार्यस्थल पर संरक्षा सावधानी, ऐसे स्थानों पर सावधानियां जहां पाइप आदि को रेल पटरियों को पार कराया जाता है, लेवल क्रॉसिंग फाटकों पर उचित रोशनी की उपलब्धता, ट्रैक के साथ रेट्रोफ्लेक्टिव संकेतों की उपलब्धता आदि पर चर्चा की गई। संरक्षा की स्थिति की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक ने चालक दल और लोको निरीक्षकों के ड्राइविंग तकनीक पर नियमित प्रशिक्षण के विषय पर बल दिया। उन्होने कहा कि, इससे चुनार-चोपन और अन्य खंडों में ट्रेनों के संचालन में सुधार में मदद मिलेगी और प्रयागराज डिवीजन के थ्रूपुट को और यह बेहतर बनाने में सहायक होगा।
ज्ञात हो कि, आधारभूत संरचना संबंधी मोर्चे पर इस महीने 4 मार्च को रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण के बाद आगरा मंडल के छात्ता- होडल के बीच चौथी लाइन के 22.5 किलोमीटर के नए विद्युतीकृत खंड को परिचालन के लिए खोला गया है। चालू वित्त वर्ष के दौरान उत्तर मध्य रेलवे के 188 रूट किलोमीटर के विद्युतीकरण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। आगरा कैंट – बांदीकुई खंड में इलेक्ट्रिक लोको से शीघ्र ट्रेन संचालन पर भी चर्चा की गई। महाप्रबंधक ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बिजली आपूर्ति से संबंधित कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।
रेलवे ने यूज़र डिपो मॉड्यूल (यूडीएम) प्रारंभ किया है, जो संचालन और रखरखाव कार्यों के लिए आवश्यक सामग्रियों के ट्रांजैक्शन के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। इस मॉड्यूल का उद्देश्य रेलवे और सभी डिपो में सामग्रियों के प्रयोग और प्रबंधन में सुधार लाना है और उत्तर मध्य रेलवे के उपयोगकर्ताओं ने पहले ही ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन के लिए इस पोर्टल पर पंजीकरण कर लिया है। मानव संसाधन से संबंधित मामलों की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक ने बल दिया कि सभी विभागीय चयन, पदोन्नति आदि की सूक्ष्मता से निगरानी की जानी चाहिए ताकि कर्मचारियों को समय पर लाभ प्रदान किया जा सके।